दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है । बर्दाश्त करने की क्षमता से कई गुना प्रदूषण बढ़ जाने से दिल्ली सरकार स्कूलों को बंद करने पर विचार कर रही है । आंकड़ों पर मत जाइए, ये तस्वीरें ही काफी हैं ये बताने के लिए दिवाली पर हमने क्या किया ? और सरकार को जो आग्रह दिवाली से पहले करना चाहिए था उस पर अब विचार हो रहा है । दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग ही स्मॉग है । एक हफ्ते तक और गैस चैंबर में रहेगी दिल्ली ।
स्मॉग, यानी स्मोक और फॉग का मिश्रण, यानी कोहरे और प्रदूषण फैलाने वाले छोटे छोटे का समूह, दिवाली से पूरा दिल्ली एन सी आर इस समस्या की चपेट में है। हवा की गुणवत्ता मापने का एक स्केल होता है ये स्केल PM 2.5 से PM 10 के बीच मापा जाता है। एक स्वच्छ वायु का PM 2.5, 60 और PM 10, 100 होता है । आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली में दोनों PM स्केल इस समय 999 पर है ये PM स्केल मापने की अधिकतम ईकाई है। यानी आप अंदाजा भी नही लगा सकते कि आप कितने जहरीले वातावरण में हैं। दिवाली पर पटाखें फोड़ना, सड़को पर बेहिसाब बढ़ती गाड़ियों का प्रदूषण, पंजाब, हरियाणा के खेतों में पराली का जलाना, और निर्माण से उड़ने वाली धूल ये सब इस स्मॉग के कारण है।