टीम बदलाव, मुजफ्फरपुर
गांधी चाहते थे कि इस देश के युवा एक निश्चित लक्ष्य लेकर गांवों में जायें और वहां कुछ सृजनात्मक काम करें. ताकि गांव और देश की स्थितियां बदले, बेहतर हो. इसको लेकर कई युवाओं ने अपने-अपने समय में गांवों में जाकर खूब काम किया. आज भी देश में कई लोग इस तरह के प्रयास कर रहे हैं। बिहार में पिछले कुछ सालों से युवाओं में गांव और ग्रामीण क्षेत्र में जाकर काम करने की अभिरुचि उत्पन्न हुई है। हालांकि अमूमन युवा आपदा के वक्त इस तरह के काम के लिए जुटते हैं, मगर कई लोग लंबे समय से गांव जाकर बदलाव की कोशिश कर रहे हैं। इन प्रयासों के बारे में जान कर हमारे मन में एक तरह की खुशी का भाव उत्पन्न होता है। स्वाभाविक है कि ऐसे साथियों से मिलकर जानने समझने की भी इच्छा होती है कि वे क्या कर रहे हैं, क्या कोई साझा प्रयास हो सकता है, क्या हम एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। यह गांधी की 150 वीं जयंती का साल भी है।
लिहाजा पिछले दिनों कुछ मित्रों के सहयोग से ग्राम समागम की जो योजना तैयार की गई, उसके क्रियान्वयन का वक्त आ गया है, बुधवार दिनांक 15 जनवरी से दो दिवसीय ग्राम समागम कार्यक्रम मुजफ्फरपुर के चंद्रहटी गांव में शुरू हो रहा है…इस लिए जो साथी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे हैं…उनको अपने साथ सिर्फ अपने कपड़े लेकर आना है, दूसरी तमाम चीजों की व्यवस्था चन्द्रहटी के ग्रामीण कर रहे हैं। भोजन, आवास, रजाई, कम्बल वगैरह।
– यह जगह मुजफ्फरपुर-पटना मुख्य मार्ग से बमुश्किल 2 किमी दूर है। इस मार्ग पर तुर्की के पास चन्द्रहटी स्थित पावापुरी पेट्रोल पंप है, वहाँ पहुंचकर पूछ लेना है कि चन्द्रहटी आश्रम जाना है, कोई भी रास्ता बता देगा। अगर आप बस या सार्वजनिक परिवहन से आ रहे हैं तो चंद्रहटी स्थित पावापुरी पेट्रोल पम्प पर उतर पर मुझे, निराला जी को या लोकेश जी को 9835343710 पर कॉल कर सकते हैं। निराला जी ने सूचना दी है कि इस आयोजन में हेमन्त जी और पंकज जी जैसे छात्र युवा संघर्ष वाहिनी के समर्पित लोगों ने भी आने की सहमति व्यक्त की है। उनकी उपस्थिति हम सबों के लिये सीखने का बेहतरीन अवसर होगी। आप दोपहर तक पहुंचे, आपका स्वागत है। जो मित्र 16 को आना चाहते हैं वे भी इसी रूप में आ सकते हैं।