मनीष कपूर के फेसबुक वॉल से
ज्यादातर हिंदी न्यूज चैनलों के संपादक बिहार के हैं। जाहिर है उनमें से ज्यादातर ने बिहार बोर्ड की परीक्षा पास की होगी। उन्हें वो डिग्री तब मिली होगी जब ना तो टीवी कैमरे गिरिडीह से समस्तीपुर घूमते होंगे और ना ही व्यवस्था कंप्यूटरीकृत रही होगी। मुुमकिन है कि कईयों ने डिग्री और उम्र में गड़बड़झाला किया हो। तो क्या उनकी हकीकत दुनिया के सामने नहीं आनी चाहिए। अब सवाल है सच्चाई कैसे सामने आए?
संपादकों और रिपोर्टरों की डिग्री फर्जी है या नहीं इस सवाल का जवाब ढूंढने का सबसे बेहतरीन तरीका है ‘गणेश विधि’। यानी जो काम उन्होंने गणेश के साथ किया वही उनके साथ किया जाए। इस साल बारहवीं पास करने वालों से सवालों की लिस्ट बनवाई जाए और संपादकों से पूछे जाएं सवाल। इसका टीवी पर लाइव प्रसारण किया जाए।
इस पूरे कार्यक्रम के दो फायदे होंगे- पहला, टीआरपी बंपर आएगी और दूसरा, ये तय हो जाएगा कि सुुपर पावर मीडिया का संपादक कोई गोबर संपादक नहीं, सुुपर संपादक है। यानी उनके पास बिना मेरिट वाली डिग्री नहीं, उनका ज्ञान एकदम खरा है, वो चरम ज्ञानी हैं।
बिहार बोर्ड का एक छात्र बिहार से बारहवीं की परीक्षा पास करने वाले इलेक्ट्रोनिक मीडिया के ‘काबिल’ संपादकों का ‘गणेश टेस्ट’ कर रहा है। आइए देखते हैं LIVE।
छात्र- गणेश कौन है?
‘बत्तक न्यूज’ के संपादक- बिहार का आर्ट्स टॉपर जो गोबर गणेश होकर भी टॉप कर गया।
छात्र- गलत, गणेश एक ऐसा टॉपर है जिसने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वो टॉप करेगा। चलिए, आप बताइए गणेश कौन है?
‘TRP न्यूज’ के संपादक- बिहार का आर्ट्स टॉपर है जिसे गिरफ्तार किया गया है।
छात्र- गलत, गणेश एक गरीब है जो किसी भी तरह एक छोटी सी नौकरी पाना चाहता था। चलिए, आप बताइए गणेश कौन है?
‘न्यूज नया’ के संपादक – बिहार का आर्ट्स टॉपर जिसने 42 साल की उम्र में बारहवीं की परीक्षा दी।
छात्र- गलत, गणेश दो बच्चों का बेबस बाप है जो अपने परिवार को बेहतर जिंदगी देना चाहता है। चलिए, आप बताइए गणेश कौन है?
‘हड़बड़िया टीवी’ के संपादक- बिहार का आर्ट्स टॉपर जिसने बोर्ड को उम्र के बारे में गलत जानकारी दी।
छात्र- गलत, गणेश एक ऐसा बेवकूफ है जो उम्र निकल जाने के बावजूद सिर्फ सरकारी नौकरी के सपने देखता रहा। चलिए, आप बताइए गणेश कौन है?
‘हां-हां न्यूज’ के संपादक- बिहार का आर्ट्स टॉपर जो मीडिया के सवालों का ठीक ठीक जवाब नहीं दे पाया।
छात्र- गलत, गणेश एक ऐसा बेवकूफ है जो मीडिया और इसके संपादकों की कुंठा को भांप ही नहीं पाया।
मनीष कपूर। नेतरहाट, बिहार के पूर्व छात्र। सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची और दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल की। स्टार न्यूज (आज का एबीपी), न्यूज 24 के बाद इन दिनों आजतक में कार्यरत। करीब डेढ़ दशक से पत्रकारिता में सक्रिय।
वाह !मनीष कपूर जी ने गणेश से जुडे मात्र 5सवाल इलेक्ट्रानिक मीडिया के शेर?सम्पादको तो बेनकाब तो उजागर कर ही दिया , पूरे सिस्टम की असलियत को भी (जिसकी तारीफ करते सिस्टम बनाने /चलाने वाले लोग नहीं थकते ) बेप्रद भी कर दिया। बहुत बहुत धन्यवाद। घटना के मूल कारण को भी समझने की जरूरत है और इसके लिए सही वस्तुवादी दृष्टिकोण चाहिए । इसका परिचय मनीष जी ने दिया है।