महेंद्र सिंह के फेसबुक वॉल से साभार
अब मीडिया वालों के घर भी corona पहुंच चुका है, फिर भी कुछ मीडिया संस्थान अभी नहीं समझ रहे हैं, भोपाल में जिस पत्रकार में को रो ना की पुष्टि हुई है वो ना जाने कितने लोगों में इस वायरस को पहुंचा चुके होंगे फिर भी ना पत्रकार समझ रहे हैं ना संस्थान। मीडिया वाले संकट की घड़ी में अपने फर्ज को बखूबी निभा रहे हैं लेकिन ज्यादातर संस्थानों में बचाव के मानकों का खुला उल्लंघन हो रहा है, ऑफिस जाने से लेकर घर लौटने तक यानी कैब से लेकर ऑफिस तक तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है अगर हम अब भी नहीं सुघरे तो सबसे बड़े corona वाहक बनेंगे। ऐसे में मीडिया जुड़े लोग अपने साथियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं…लिहाजा सोशल मीडिया पर लगातार सुझाव दिए जा रहे हैं…जिसे नीचे साझा किया जा रहा है ।
मीडिया के दोस्तों सावधान !
कार पूलिंग क़तई न करें। कार। टैक्सी को भी सैनिटाइज करें। टैक्सी में भी अकेले ही यात्रा करें।
ऑफिस में एक-दूसरे से दूर रहें।
वॉइसओवर करने वाले लोग सावधानी बरतें। माइक इनफ़ेक्टेड हो सकता है।
रिपोर्टर बाइट लेते वक्त ध्यान रखें। बिना मॉस्क वाले व्यक्ति से बाइट न लें।
पीटूसी करते वक्त मॉस्क अवश्य पहनें। माइक कवर लगातार बदलते रहें ।
बाइट लेनी है तो माइक के साथ स्टिक का इस्तेमाल करें जिससे दूर से बाइट ली जा सके ।
मीडिया का बहुत सा काम घर से हो सकता है। ख़ासतौर पर कॉपी लिखने का काम। ऐसे लोग घर से काम करें।
इस वक्त न्यूज़ फ़ॉर्मेट बदलकर कम लोगों से काम चलाया जा सकता है। संपादक और न्यूज़ डायरेक्टर कृपया ध्यान दें। टीआरपी का मोह कुछ दिनों के लिए छोड़ दें वरना ज़िंदगी साथ छोड़ देगी।
अपना टिफ़िन और पानी की बोतल घर से ले जाएँ । फ़िलहाल किसी से शेयर न करें। कुछ दिनों बाद जमकर पार्टी दे देना।
सबसे महत्वपूर्ण बात अपना ख़्याल खुद ही रखें। बॉस और मालिक से उम्मीद न रखें। ध्यान रहे आपकी लापरवाही आपके साथ-साथ आपके परिवार पर भारी पड़ सकती है।