चमकी बुखार : छोटी पहल, बड़ी मदद

चमकी बुखार : छोटी पहल, बड़ी मदद

पुष्यमित्र

आनन्द दत्ता की जितनी भी तारीफ की जाये कम है। एक बेहतरीन पत्रकार, फोटोग्राफर, मैं शायद कभी इनसे ठीक से मिल नहीं पाया। रांची में रहते हैं। चमकी बुखार के खिलाफ जागरुकता अभियान में जितना पैसा जमा हुआ उसमें ज्यादातर इनकी वजह से हुआ। कल शाम रांची से चले, सुबह मुजफ्फरपुर पहुंचे। एसकेएमसीएच में कैम्प किया। पहले मरीज के परिजनों के लिये खाने का इन्तजाम कराया। फिर पीने के पानी की व्यवस्था में जुट गये। दो प्यूरिफायर लगवा चुके हैं। तीसरा लगवा रहे हैं। इस बीच इनकी नजर गयी कि अस्पताल परिसर में 13-14 प्यूरिफायर पहले से लगे हैं, जो छोटी छोटी गड़बड़ी की वजह से बन्द हैं, सो उनको ठीक कराने में जुट गये। नजर गयी कि परिजनों के बैठने की जगह लगे कई पंखे खराब हैं, इसके लिये मिस्त्री बुला रहे हैं। मुश्किल से 70-80 हजार रुपये खर्च हुए होंगे, इन्होने मरीज के परिजनों के खाने-पीने और इस भीषण गर्मी में चैन से बैठने की व्यवस्था कर दी है। जबकि इस दौरान रोज यहां नेता मन्त्री और मुख्यमंत्री आते रहे हैं, इस छोटी बातों पर किसी की नजर नहीं गयी। इस पत्रकार को एक सलाम तो बनता है।

पिछ्ले 5 दिनों में जो घटा है वह मेरे लिये समाज के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने वाला है। 16 तारीख को हम लोगों ने सोचा था कि सरकार कुछ कर नहीं पा रही तो क्या हम अपने बच्चों को मरने दें। एक छोटी सी टीम बनी कुछ लोग मुजफ्फरपुर पहुंचे। लगता था कि यह छोटी सी टीम सांकेतिक प्रयास के अलावा शायद ही कुछ कर पाये। इस वजह से हमने दो दिन बाद सहायता राशि लेने से भी मना कर दिया था। मगर आज मेरी जानकारी में 200 लोग मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाके में 20 जगहों पर जागरुकता, मदद और साफ सफाई का काम कर रहे हैं। इनमें छात्र हैं, पत्रकार हैं, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, डॉक्टर हैं और हर तरह के लोग हैं। ये लोग सीधे हमारे सम्पर्क में हैं। रोज रात ये लोग तय करते हैं कि कल क्या करना है। इसके अलावा भी कई टीमें हैं। जैसे कोलकाता से एक टीम एक ट्रक सामग्री लेकर आई है और 20 गांव में उनका काम करने का लक्ष्य है, मुजफ्फरपुर के कई सामाजिक संगठन ऐक्टिव हो गये हैं, अपने तरीके से काम कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर ये लोग रोगियों को अस्पताल भी पहुंचा रहे हैं। इनकी वजह से कुछ तो जरूर बदल रहा होगा।

कल तक हमलोगों ने सार्वजनिक रूप से सहायता राशि लेने से मना कर रखा था, कुछ व्यक्तिगत सहायता को छोड़ कर। मगर अब हम उन तमाम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे अगर इच्छुक हैं तो सहयोग करें, अब हम आपकी सहायता राशि का सदुपयोग करने में सक्षम हैं। इसके लिये आनन्द दत्ता का अकाउंट नम्बर दे रहा हूं।हां, सहायता राशि जमाकर स्क्रीन शॉट जरूर भेजें

AC- 00031140291318
Name ANAND KUMAR DUTTA
Ifsc code – HDFC0000003
Bank- HDFC

यूपीआई नम्बर- 9709555542@upi…यह सत्यम का पेटीएम और गूगल पे है Paytm – 8467035941, Google pay – 8467035941..अगर हो सके तो इसी पोस्ट पर स्क्रीन शॉट भेजें ताकि हमें हिसाब रखने और हिसाब देने में सुविधा रहेगी।

पुष्यमित्र। पिछले डेढ़ दशक से पत्रकारिता में सक्रिय। गांवों में बदलाव और उनसे जुड़े मुद्दों पर आपकी पैनी नज़र रहती है। जवाहर नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता का अध्ययन। व्यावहारिक अनुभव कई पत्र-पत्रिकाओं के साथ जुड़ कर बटोरा। प्रभात खबर की संपादकीय टीम से इस्तीफा देकर इन दिनों बिहार में स्वतंत्र पत्रकारिता  करने में मशगुल