ब्रह्मानंद ठाकुर किसानों की बात सुनिए वित्त मंत्रीजी के पहले भाग में हमने दिल्ली में आयोजित संसद में किसानों को
Category: सुन हो सरकार
बजट से पहले किसानों के मन की बात सुनिए वित्त मंत्रीजी
ब्रह्मानंद ठाकुर हमारे देश में किसानों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है, फिर भी सरकारी योजनाओं और बजट में
‘करोड़ों’ की जमीन का मालिक मजदूरी करने को मजबूर
शिरीष खरे अलेक्जेंड्राइट नाम के दुनिया के बेशकीमती पत्थर जिस खेत से निकले उस खेत का मालिक कैसा होना चाहिए
अदालतों में फ़ैसले होते हैं, इंसाफ़ हो यह ज़रूरी नहीं
राकेश कायस्थ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पी.वी. सावंत ने आजतक को जो इंटरव्यू दिया है, उसमें बहुत सी
सुकून का कहीं कोई वाई फाई नेटवर्क नहीं!
सच्चिदानंद जोशी मैं जैसे ही उस रिसोर्ट में दाखिल हुआ अचंभित रह गया। शहर से इतने पास, लेकिन शहर के
सुहाग की रक्षा के लिए संतान का सौदा क्यों?
ब्रह्मानंद ठाकुर हमारा समाज और सरकार देश को किस ओर ले जाना चाहता है, आज के दिनों में ये एक
किसके डर की अभिव्यक्ति है भीमा-कोरेगांव की घटना
ब्रह्मानंद ठाकुर जहां तर्क और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को सिरे से नकारते हुए अंधविश्वास, कूपमंडूकता और अतार्किक मानसिकता को बढावा देकर
बहू अंजलि ग्रेजुएट हो गई!
मिथिलेश कुमार राय सवेरे जब मैं काम पर निकल रहा था, माँ बोली कि मिठाई लेते आना। कल शुक्रवार है।
पारदर्शी कैबिनेट में गांधी का चरखा और समय का चक्र
धीरेंद्र पुंडीर “ अगर हमने गांधी को विश्व की शांति के लिए एक मसीहा के रूप में जन-मन तक स्थिर
जाति न पूछो अपराधी की…
राकेश कायस्थ अगर लालू यादव केवल इसलिए दोषी करार दिये गये क्योंकि उनका नाता पिछड़े समाज से हैं तो फिर