अपने जन्मदिन पर मृदुला शुक्ला की फेसबुक पोस्ट मेरा पैदा होना पत्थर पर जमी दूब नहीं था न ही सिल
Category: परब-त्योहार
स्कूल की चहारदीवारी के बाहर ‘गुरुदेव’ की पाठशाला
डा. सुधांशु कुमार आज के निष्प्राण , अमनोवैज्ञानिक व सूचना केन्द्रित शैक्षिक आपातकाल के बीच विश्वकवि एवं महान चिंतक रवीन्द्रनाथ
अतिवादों के दौर में गांधी की चर्चा और विनय का स्मरण
अखिलेश्वर पांडेय 24 जून 2018 को कोलकाता स्थित भारतीय भाषा परिषद के सभागार में विनय तरुण स्मृति समारोह-2018 का आयोजन
‘एक दिन के मेहमान’ के मेजबानों का शुक्रिया
पशुपति शर्मा अभिनेता, नाटकों के बाद हमेशा आत्ममुग्ध हो जाया करते हैं। कभी-कभी मैं भी इसका शिकार हो जाता
जब पिता मेहमान बनकर अपने ही घर पहुंचा
प्रतिभा ज्योति ‘एक दिन का मेहमान’ जैसे ही घर आता है, तनाव पसर जाता है. घर की बच्ची चुपचाप है
कोलकाता में 24 जून को विनय तरुण स्मृति व्याख्यान
विनय तरुण स्मृति व्याख्यान – 2018 का आयोजन कोलकाता में 24 जून 2018 रविवार को होगा। इस बार का विषय है
पियर गांव में बच्चों की पुस्तकों से दोस्ती
टीम बदलाव कुछ इत्तेफाक भी बेहद खूबसूरत हुआ करते हैं। बच्चों की छुट्टियां हो रही हैं और मुजफ्फरपुर के गांव
सासू मां से प्रेम किया तो सारा डर भाग गया
जूली जयश्री हाई स्कूल में हमारे एक टीचर थे , पाठक जी पढाते तो अंग्रेजी थे लेकिन अंग्रेजी से ज्यादा
मां जैसा कोई डांटता नहीं
रुपेश कुमार मां जैसा कोई डांटता नहीं मां जैसा कोई मनाता भी नहीं ! सबसे छुपा कर जतन से बचा
मेरी मां ने शिकायत करना ही नहीं सीखा
सर्बानी शर्मा मेरी मां। मां नहीं भाभी। वो हमारी मां नहीं बन पाईं कभी। हम उसे बचपन से ही भाभी