टीम बदलाव/ ‘गोदी मीडिया’ के दौर में पत्रकारिता पर उंगली उठाने का काम खुद पत्रकार या फिर लेखक ही कर
Category: परब-त्योहार
सियासी ‘महाभारत’ के बाद शालीनता का शांतिपर्व
पीयूष बबेले के फेसबुक वॉल से साभारएक महीने के शोर शराबे और हद दर्जे के आक्रामकप्रचार अभियान के बाद पांच
बाजारवाद की माया से दूर छठ पर्व की छटा
पुष्य मित्र वैसे तो छठ मुख्यतः बिहार-झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला पर्व है, फिर
तब की दिवाली, अब का ‘दिवाला’
ब्रह्मानंद ठाकुर आज घोंचू भाई जब मनकचोटन भाई के दालान पर पहुंचे तो मनसुखबा दिवाली मनाने के लिए जरूरी सामान
हर दशहरे पर निगाहें तलाशती हैं नीलकंठ
धीरेंद्र पुंडीर दशहरा और नीलकंठ। “नीलकंठ तुम नीले रहियो हमारी बात राम से कहियो”। पता नहीं कि अब हमको अपनी
आस्था का बाज़ारीकरण और आडंबरों का बाज़ार
ब्रह्मानंद ठाकुर पिछले 9 दिनों से हर तरफ दुर्गा पूजा की धूम रही । क्या शहर क्या गांव हर तरफ
हमारे पोते-पोतियों को हमसे दूर मत करो भाई- दिल की आवाज़
ब्रह्मानंद ठाकुर बदलाव पाठशाला के प्रथम सालगिरह और विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर 2 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर के
मौसम का बदलता मिजाज और सियासत का चढ़ता पारा
संजय पकंज मौसम बदल रहा है। वातावरण में सर्दी उतरने के लिए उसाँसें भर रही है । बहुत धीमी चाल
कृष्ण की पूजा कीजिए… लेकिन कृष्ण के बताए रास्ते पर एक कदम तो चलिए
योग गुरु धीरज वशिष्ठ पूरे मानवता के इतिहास में कृष्ण अकेले ऐसे व्यक्तित्व हैं जो सभी आयामों में खिले हुएं
कृष्ण का जन्मोत्सव नहीं, कर्मोत्सव मनाने का समय है यह
ब्रह्मानंद ठाकुर चुल्हन भाई के यहां हर साल बड़े धूमधाम से कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन उनके दरबाजे