पुष्यमित्र कभी एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला होने की ख्याति हासिल कर चुका सोनपुर मेला इस साल केंद्र सरकार
Category: चौपाल
हताशा और ग़ुस्से पर पर्देदारी कब तक?
मधुरेंद्र कुमार सवाल नोटबंदी पर नहीं बल्कि नोट की उपलबध्ता को लेकर है। अव्यवस्था का आलम अराजकता को निमंत्रण देने लगा
कतार में पीएम की मां के अपने-अपने मायने
उर्मिलेश (फेसबुक वॉल से) प्रधानमंत्री मोदी के प्रशंसकों को मुझसे शिकायत नहीं होनी चाहिये। प्रधानमंत्री जी के कतिपय गुणों को
किसानों का दर्द तो समझो ‘सरकार’
ब्रह्मानंद ठाकुर इन दिनों पूरा हिंदुस्तान लाइन में खड़ा नज़र आ रहा है । शहर से लेकर गांव तक एक
नए नोट के ‘रण’ में पूरी तैयारी से जाएं
राकेश कायस्थ आज सुबह मेरी पत्नी ने मुझे विजयी भव: वाले उसी अंदाज़ में घर से भेजा जैसै पुराने जमाने
’22 करोड़’ का कर्ज, मुसीबत में ’13 हजार’ किसान !
आशीष सागर यूपी में चुनाव से पहले खूब घोषणाएं हो रही हैं । कोई मोबाइल देने का वादा कर रहा
कश्मीर का ‘इस्लाम’ अलहदा है!
धीरेंद्र पुंडीर बात वहीं से शुरू करता हूं जहां रूक गई थी। बातचीत बड़े बिजनेसमैन से हो रही थी
विरोध का भी अपना ‘कारोबार’ है!
चंदन शर्मा के फेसबुक वॉल से हम तो विरोध करेंगे-एक चाइना के दूरदराज के एक गांव में बनने वाला फ्लावर
कश्मीर… उसे बचाए कोई कैसे टूट जाने से!
धीरेंद्र पुंडीर उसे बचाएं कैसे कोई टूट जाने से/वो दिल जो बाज न आए फरेब खाने से। कश्मीर में होना
नहीं रहे प्रभाकर श्रोत्रिय
श्रोत्रिय जी को विनम्र श्रद्धांजलि। उनके निधन का समाचार सुन कर गहरा आघात लगा। उनकी बीमारी की सूचना अभी कुछ