पुष्यमित्र पटना साहिब दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है । हर तरफ प्रकाशोत्सव की तैयारियां चल रही हैं ।
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8 घंटे की नौकरी और पगार महज 42 रुपये
ब्रह्मानंद ठाकुर मुंशी प्रेमचंद की कहानी सद्गति का किरदार घासीराम हो या फिर रामवृक्ष बेनीपुरी के ‘कहीं धूप कहीं छाया’
चलो देखें फिल्में और याद करें उनकी कुर्बानी
देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले ऐसे कई बलिदानी हैं जो आज भी गुमनामी की जंजीरों में
अवाम का सिनेमा के 10 साल, आप चलेंगे न अयोध्या
न आसमां से गिरा है और न ही पाताल से निकला है यह अवाम का सिनेमा है और अवाम से
तुम्हारी जात क्या है, तुम क्या समझोगे?
प्रशांत दुबे किसी के इंतजार में खटलापुरा मंदिर में बैठा था| एक पढ़े-लिखे, सूट-वूट वाले भाईसाहब चार चके से उतरे,
पीएम साहब, सलाहकारों की फौज को भी परख लीजिए
धीरेंद्र पुंडीर फिर से एक छूट। काला धन रखने वालों को एक बार फिर से छूट। लगता है साहेब काफी
पेड़ों की छांव तले बाल मन की गूंज
वैशाली , गाजियाबाद 27 नवंबर 2016। “पेड़ों की छांव तले रचना पाठ” के अंतर्गत 26वीं साहित्य गोष्ठी वैशाली सेक्टर चार
नोटबंदी की ‘सियासी मंडी’ में अन्नदाता की सुध किसे ?
ब्रह्मानंद ठाकुर किसानों के खून-पसीने से उपजाई गयी फसल जब कौडियों के मोल बिकने लगे तो उनका दर्द समझना सब
ब्लैकमनी पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’
कालेधन पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है । आज आधी रात से 500
छठ पर्व पर ‘सरिसवा’ नदी को बचाने की सौगन्ध
कुणाल प्रताप सिंह बिहार में हर तरफ छठ की छटा बिखरी है । नदी किनारे बने घाट सजे हुए हैं।