सौम्या सिंह रेल दुर्घटना, ये शब्द कान में जाते ही सबसे पहले क्या याद आता है आपको ? अच्छा छोड़िए…,
Category: राज्य
बदलाव की पटरी पर पलटती तेज रफ्तार रेलगाड़ियां
पुष्यमित्र माना जा रहा है कि कल हुए रेल हादसे की सबसे संभावित वजह थी कि झांसी-कानपुर रेलखंड के बीच
किराये की कोख के लिए हो रही झारखंडी किशोरियों की तस्करी
पुष्यमित्र पटना के एक संस्थान में सरिता(परिवर्तित नाम) बैठी हैं. उसकी आंखें डबडबायी हुई हैं. वह उस खबर का सामना
कतार में खड़े हो समझते रहिए बट्टा खाते का गणित
आशीष सागर नोटबंदी के बाद से तो ऐसा लग रहा है जैसे शहर और गांव की दूरियां मिट गईं। ऐसा
‘सर्जरी’ आपने की, दर्द की शिकायत किससे करें?
सत्येंद्र कुमार यादव ये तस्वीर यूपी के देवरिया के लार क्षेत्र की है । नोटबंदी के बाद से बैंकों के
बहन पर भाई के भरोसे की जीत और सामा चकेवा
पुष्यमित्र एक चुगलखोर व्यक्ति राजा कृष्ण से कहता है कि तुम्हारी पुत्री साम्बवती चरित्रहीन है। उसने वृंदावन से गुजरते वक्त
किसानों का दर्द तो समझो ‘सरकार’
ब्रह्मानंद ठाकुर इन दिनों पूरा हिंदुस्तान लाइन में खड़ा नज़र आ रहा है । शहर से लेकर गांव तक एक
बिहार के संझौली में एक शौचालय ‘सम्मान’ का
चंदन शर्मा के फेसबुक वॉल से किसी मकसद को अंजाम देने के लिए किसी का मुंह ताकने से बेहतर है
कतार देखो, धार देखो… ATM पर तैयारी अधूरी है!
कुमकुम सिंह के फेसबुक वॉल से आज सुबह 10 बजे से 3-4 बैंकों के चक्कर काट कर आई हूं। इतनी
’22 करोड़’ का कर्ज, मुसीबत में ’13 हजार’ किसान !
आशीष सागर यूपी में चुनाव से पहले खूब घोषणाएं हो रही हैं । कोई मोबाइल देने का वादा कर रहा