वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार मेरा रिपोर्टर-मन नहीं माना! दो दिन से तबीयत कुछ ठीक नहीं लग
Category: बिहार/झारखंड
अगिला बार ढेर दिन खातिर अईह
अखिलेश्वर पांडेय कम पानी वाले पोखर की मछलियां दुबरा गयीं हैं ऊसर पड़े खेतों की मेढ़ें रो रही हैं बेरोजगार
विकास में पिछड़ते गांव और बढ़ता आर्थिक असंतुलन
शिरीष खरे विशेष तौर पर सत्तर के दशक में गांवों के लिए कई परियोजनाएं और कार्यक्रम चलाए गए। इसके पीछे
हाइब्रिड बीज का मायाजाल और किसानों की दुर्दशा
ब्रह्मानंद ठाकुर मनकचोटन भाई के दलान पर सांझ होते ही हमेशा की तरह आज भी टोला के लोगों का जुटान होने
टीस भरा बचपन
वीरेन नन्दा बचपन की यादों में लौटना केवल वही चाहते खोना बचपन के दिन ममता में जिनके बीते समता में बीते
सुकराती पर्व की सोन्ही यादें और बैलों की घंटी का संगीत
ब्रह्मानंद ठाकुर इस दुनिया मे चिरंतन ,शाश्वत और अपरिवर्तनशील कुछ भी नहीं है। वस्तुजगत का कण – कण परिवर्तनशील है।
मुजफ्फरपुर जिले के सभी प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग
बदलाव प्रतिनिधि, मुजफ्फरपुर जिले के प्रगतिशील किसानों की बैठक 22 अक्टूबर को शहीद खुदीराम बोस – प्रफुल्ल चाकी स्मारक स्थल
ऑफ करना सीख लो, नहीं तो खुद ऑफ हो जाओगे
टीम बदलाव ‘इंटरनेट क्रांति ने हमें एक अलग किस्म का इंसान बना दिया है, हम वर्चुअल वर्ल्ड में तो शेर
प्रधानमंत्री की योजना के नाम पर बेटियों से ठगी
ब्रह्मानंद ठाकुर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और प्रधानमंत्री आयुष्यमान भारत योजना में ग्रामीण शिक्षित बेरोजगार युवकों को नौकरी के नाम
मधेपुरा में विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर बच्चों ने भावुक कर दिया
बदलाव प्रतिनिधि बदलाव और ढाई आखर फाउंडेशन की साझा पहल को मधेपुरा के वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षा के क्षेत्र में