महाकवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री के 101 वें जन्म वर्ष में हमने अब तक दो किस्तों में उनके संस्मरण आपसे साझा किए।
Category: माटी की खुशबू
महाकवि जानकी वल्लभ और पिता की यादें
महाकवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री का जन्म जनवरी 1916 में हुआ था। निधन 2011 में हुआ। इस तरह देखा जाए
एक महाकवि को कुत्तों से इस तरह हो गया इश्क
एम अखलाक यूं तो आपने महाकवि आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री को गोद में कुत्तों को खेलते-खिलाते कई बार देखा होगा। लेकिन, बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि उन्हें कुत्तों से प्रेम
आजमगढ़ का शारदा टाकीज बना रंगमंच का नया ठीहा
संगम पांडेय आजमगढ़ के उजाड़ और खस्ताहाल शारदा टाकीज को अभिषेक पंडित और ममता पंडित ने रंगमंच के लोकप्रिय ठीहे
नहीं मिल रही मुद्रा, कैसे बढ़ेगा कारोबार ?
सत्येंद्र कुमार यादव नमस्कार, मैं अपना डी जे साउन्ड का काम शुरु करना चाहता हूँ । इसमें कुल खर्च लगभग
आदमी को आदमी बनाने के लिए आंखों वाला पानी चाहिए
चंदन शर्मा हम कैसा समाज बनाना चाहते हैं? जहां प्यार के लिए कोई जगह नहीं हो, जहां बस नफरत और
विकास की डगर पर बढ़ चला है पैगम्बरपुर गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर गांवों के स्याह अंधेरे में रौशनी की एक किरण है मुजफ्फरपुर की पैगम्बरपुर पंचायत। सकरा प्रखण्ड की यह
प्रकृति सोशल मीडिया से नहीं चलती !
कीर्ति दीक्षित इस साल हमने गर्मी में तापमान का उच्चतम् स्तर देखा, सूखे की भयावहता देखी, बूँद बूँद पानी के
‘सर्जरी’ आपने की, दर्द की शिकायत किससे करें?
सत्येंद्र कुमार यादव ये तस्वीर यूपी के देवरिया के लार क्षेत्र की है । नोटबंदी के बाद से बैंकों के
बिहार के संझौली में एक शौचालय ‘सम्मान’ का
चंदन शर्मा के फेसबुक वॉल से किसी मकसद को अंजाम देने के लिए किसी का मुंह ताकने से बेहतर है