दलहनी फसलों का उत्पादन न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की एक गम्भीर समस्या है। सरकार के लाख प्रयास के
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भीड़ की हिंसा पर लीपापोती करना देश के लिए घातक
बदलाव प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में साम्प्रदायिक हिंसा के बाद काफी तनाव है। ये सारा विवाद
इंदिरा दुर्गा और नेहरू खलनायक क्यों ?
राकेश कायस्थ देश के इतिहास में संघियों के पिटने और जेल जाने का अगर कोई वाकया है तो वह सिर्फ
ऐ पटना, चंचल ने छोड़ दिया तेरा हर ‘मोहल्ला’
पुष्यमित्र एसिड हमले की शिकार चंचल पासवान नहीं रही। एक खबर मेरे लिए किसी झटके से कम नहीं थी। वैसे तो
मीडिया का राष्ट्रवाद ‘पनछुछुर’ है- विनीत कुमार
एम अखलाक कारोबारी मीडिया का राष्ट्रवाद पनछुछुर है। इसका राष्ट्रवाद आर्थिक गलियारों से होकर गुजरता है। इस राष्ट्रवाद में मुगालते
प्रीति तालीम से बदलना चाहती हैं महिलाओं की तकदीर
एस के यादव JNU को लेकर पिछले तीन साल से तरह तरह की अफवाहें सुर्खियों में रही वहीं उसके पॉजेटिव
मंदसौर के ‘गोली’ वाले गुनहगार कौन?
विश्व दीपक मंदसौर में बिना किसी उकसावे के सीआरपीएफ ने किसानों पर गोली चलाई। ये बात मध्यप्रदेश में छिपे किसान
बिहार बोर्ड के रिजल्ट- छात्र फेल या सिस्टम
ब्रह्मानंद ठाकुर इन्टर मीडिएट परीक्षा के नतीजों से बिहार में नया बखेड़ा खड़ा हो गया। नतीजे घोषित होने के 24
विकास की अंधी दौड़ में दम तोड़ता गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर हमारा गांव आधुनिकता की अंधी दौड़ में बुरी तरह हांफ रहा है। जो परम्पराएं, रीति-रिवाज, भाईचारा और मानवीय
क्या ऐसे ही खुशहाल होगा देश का अन्नदाता ?
ब्रह्मानंद ठाकुर “बाधाएं आती हैं आएं, घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसे यदि ज्वालाएं