मेरे जेहन में कोई गांव नहीं और न ही मेरी परवरिश गांव में हुई। पर हां, पिछले पंद्रह सालों से
Category: याद आवता गांव
गोली धीरे से चलइयो… ‘सरकार’!
बहुत दिनों के बाद पिछले दिनों गाँव जाना हुआ। मेरा गाँव बुंदेलखण्ड के दक्षिणी छोर पर चम्बल और यमुना नदी