ब्रह्मानंद ठाकुर महात्मा गांधी की कल्पना का भारत स्वशासी ग्रामीण इकाइयों का था, गांधी और अराजकवाद के आलेख की कड़ी
Category: चौपाल
मानसिक रोगियों की सुध कब लेगी बिहार सरकार ?
पुष्य मित्र आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है। इस मौके पर आपसे एक सूचना साझा करना है कि रांची के
राज व्यवस्था, जनता और गांधीवाद
सच्चिदानन्द सिन्हा प्रख्यात समाजवादी चिंतक हैं। इस वर्ष वे अपनी जिंदगी के 90 वां वर्ष पूरा कर 91 वां वर्ष
गुरु बंसी कौल ने अपने गुरु से यूं जोड़ दिया नाता
पशुपति शर्मा शिक्षक दिवस पर तमाम गुरुजनों को नमन। इस बार रंगकर्म के गुरु बंसी कौल से जुड़ी कुछ यादें
राजनीतिक ‘गैंगवार’ की दहलीज पर खड़ी देश की सियासत !
राकेश कायस्थ अगर आप हिंदी फिल्में देखते हैं तो कर्मा के डॉक्टर डैंग का किरदार याद होगा। वही डॉक्टर डैंग
गोवा का एक अनोखा स्कूल
शिरीष खरे आमतौर पर घर, खेत, खलिहान और दुकानों पर काम करने वाली महिलाओं के काम को काम नहीं माना
एक एहसास-मेरा घर
मैं जब अपने घर के करीब आता हूं तो एक ठंडी हवा का झोंका आता हैकई तरह की खुशबू घुली
कांग्रेस को एक अनुभवी और जमीनी लीडरशिप की जरूरत
दिवाकर मुक्तिबोध मई में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने की शायद उसकी उतनी चर्चा नहीं
दिल्ली में रिवायत का पहला लोक-उत्सव आज
पशुपति शर्मा लोक-कलाओं का अपना रस है और अपना आनंद। लोक कलाओं ने अपना शास्त्र भले न गढ़ा हो लेकिन
दम तोड़ता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ
वीरेन नंदा/ वर्तमान समय में लोकतंत्र का चौथा खंभा पूरी तरह जमींदोज नजर आ रहा है। एक वह समय था