आशीष सागर दीक्षित हिंदुस्तान आजादी की 70वीं सालगिरह मनाने जा रहा है। एक बार फिर देश के मुखिया लालकिले की
Category: मेरा गांव, मेरा देश
झारखंड पुलिस से सवाल- ये खुदकुशी है या हत्या?
बदलाव प्रतिनिधि मामला 3 जुलाई 2017 का है। शिव सरोज कुमार ने एक सुसाइड नोट पीएम मोदी और झारखंड के सीएम
सुनो ! कोरी बकवास नहीं है बुलेट ट्रेन
सत्येंद्र कुमार यादव जिन्हें लग रहा है कि भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ाना कोरी कल्पना है उन्हें अपनी गलतफहमी दूर
कुपोषित बच्चों से सशक्त राष्ट्र का सपना कैसे होगा पूरा?
बदलाव प्रतिनिधि, पटना भारत युवा आबादी के मामले में अग्रणी देशों की कतार में आता है। यहाँ 44 करोड़ से
बाढ़ की आपदा को हम ही दे रहे हैं बार-बार न्योता
रूचा जोशी मानव सभ्यता के उदभव काल से ही मनुष्यों का नदियों से घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है। प्रारंभिक काल में
परवाह नहीं, हम पंछी उन्मुक्त गगन के…
सच्चिदानंद जोशी फेसबुक, 30 जुलाई, 2017। पहली हवाई यात्रा, जी नही मैं अपनी पहली हवाई यात्रा की बात नहीं कर रहा
जोखिमों से होकर गुजरता है कामयाबी का रास्ता
रूचा जोशी “कैरियर क्या चुनें? ‘ इस सवाल से सभी लोगों को गुजरना पड़ता है। मैं भी इससे गुजर चुकी
16 अगस्त को जौनपुर में मशरूम की खेती की ट्रेनिंग
विजय प्रकाश एक बार फिर जौनपुर में बदलाव की चौपाल लगने जा रही है। पिछली बार जलालपुर के नेवादा गांव
बाल मजदूरी की यातना और सपनों के इंजीनियर
अनिल पांडेय कभी बाल मजदूर रहे सुनील और शिवम के जज्बे को सलाम। दोनों मेरे बहुत प्रिय हैं। दोनों से
खाये पिये कुछ नहीं, गिलास फोड़े बारह आना
राकेश कायस्थ अक्टूबर 2015 की बात है। बिहार के चुनावी तमाशे के बीच अचानक एक एमएमएस सामने आया। औघड़ सरीखे