उदय प्रकाश ‘आत्मजयी’ वह कविता संग्रह था, जिसके द्वारा मैं कुंवर नारायण जी की कविताओं के संपर्क में आया. तब
Category: मेरा गांव, मेरा देश
मजदूरों की क्रांति से बदला रूस का इतिहास
ब्रह्मानंद ठाकुर नवंबर क्रांति के पहले अंक में आप ने पढ़ा कि कैसे फरवरी 1917 से लेकर नवंबर 1917 के
हंसिये मत… ये खुशहाली के बीज हैं!
जीवन में हास्य बोध का अपना महत्व है, मगर जब हम गंभीर बातों पर भी चुटकुला बनाने लगें तो हमें
बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बड़ा गिफ्ट… फिलिपींस से खुशहाली की ख़बर
तीन हफ्ते लंबी बाढ़ को भी मात दे रही है धान की यह नयी वेराइटी. बिहार के सीतामढ़ी जिले के
धान के खेत में पीएम मोदी क्या कर रहे हैं ?
पीएम मोदी ने फिलिपींस में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र में एक विशेष प्रयोगशाल का उद्घाटन किया । साथ ही भारत
हम बदलेंगे और जमाना बदलेगा – IPS विकास कुमार
पुलिस हमारी सुरक्षा करती है, एक अच्छे समाज के लिए एक अच्छे सुरक्षातंत्र का होना बेहद ही जरूरी है। ये
समय ‘वाचाल’ है और कवि ‘मौन’!
पशुपति शर्मा ‘समय वाचाल है’ इसी शीर्षक से आजतक में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार साथी देवांशुजी का काव्य संग्रह हाथ में
‘तालाबंदी’ से संकट में एशिया के सबसे बड़े पशु मेले का वजूद
पुष्यमित्र एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला यानी सोनपुर मेला आज बंद है। दिलचस्प है कि मेले के सभी दुकानदारों
पूंजीपति रहेंगे मस्त तो किसान रहेंगे पस्त
ब्रह्मानंद ठाकुर तमिलनाडु के किसानों का आंदोलन और मध्य प्रदेश के मंदसौर में अपनी मांगों को लेकर आंदोलनकारी किसानों पर
कैसे बचाएं हम अपनी बेटियों को ?
अजीत अंजुम बहुत हिम्मत जुटाकर आज ये लिखने बैठा हूं। अभी भी शब्द और ऊंगलियां साथ नहीं दे रही हैं।