संगम पांडेय कथक नृत्यांगना प्रतिभा सिंह निर्देशित प्रस्तुति ‘राम की शक्तिपूजा’ में सबसे ज्यादा जो चीज दिखती है वो है
Category: मेरा गांव, मेरा देश
जाति न पूछो अपराधी की…
राकेश कायस्थ अगर लालू यादव केवल इसलिए दोषी करार दिये गये क्योंकि उनका नाता पिछड़े समाज से हैं तो फिर
गांधी के 3 बंदर गायब हो गए… और उनके मंत्र?
धीरेंद्र पुंडीर ये तो गांधी जी की सत्याग्रह की जगह है जहां से गांधी जी ने सत्याग्रह किया है। वहां
महात्मा गांधी के चम्पारण में हाशिए पर किसान
ब्रह्मानंद ठाकुर आज 23 दिसंबर है यानी किसान दिवस, जो किसान नेता चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन के मौके पर
गुजरात- NCP, BSP ने क्या वाकई कांग्रेस का खेल बिगाड़ा?
शिरीष खरे गुजरात चुनाव के नतीजों के बाद आंकड़ों के आईने से अलग-अलग विश्लेषक अपनी-अपनी तरह से तस्वीरें दिखा रहे
दमन चक्र को तोड़ रहे हैं युवा कथाकार
अखिलेश्वर पांडेय मौजूदा समय में लिखी व प्रकाशित हो रही कहानियों का विमर्श उनकी रचनात्मकता का सबसे बड़ा पैमाना बन
पटाखे धीरे चलाओ, स्क्रीन हिली तो सीटें कम हो जाएंगी!
धीरेंद्र पुंडीर ये जीत का जश्न फीका है, ये हार का स्वाद मीठा है। ये गुजरात की उलटबांसी है। सिर्फ
‘आनंद का दिन’ और ‘नैतिक जीत’ का निहितार्थ
शशि शेखर (फेसबुक वॉल से साभार) ‘जो जीता वही सिकंदर’ और ‘हारे को हरिनाम’। ये दो ऐसी कहावते हैं, जिन्हें
रीयल लाइफ का ‘पैड-मैन’
बासु मित्र आपने अक्षय कुमार की फिल्म पैड-मैन की चर्चा खूब सुनी होगी । इन दिनों टीवी चैनल्स से लेकर
न्यू इंडिया का ‘हसीन सपना’ और दम तोड़ते अन्नदाता की हकीकत
ये सुनने में काफी अच्छा लगता है कि हिंदुस्तान अब न्यू इंडिया बन रहा है । कम से कम मौजूदा