डा. सुधांशु कुमार आज के निष्प्राण , अमनोवैज्ञानिक व सूचना केन्द्रित शैक्षिक आपातकाल के बीच विश्वकवि एवं महान चिंतक रवीन्द्रनाथ
Category: मेरा गांव, मेरा देश
मीडिया – जो फड़फड़ाएगा उसके पंख काट दिए जाएंगे!
राकेश कायस्थ के फेसबुक वॉल से साभार ‘न्यू इंडिया’ नरेंद्र मोदी की वजह से नहीं है बल्कि मोदी के होने
रंगीन मिजाज़ इमरान राजनीतिक मैच का रूख बदल सकते हैं-पद्मपति शर्मा
पद्मपति शर्मा बेशक इमरान खान पाकिस्तानी फौज की पसंद थे और यह भी सही है कि दहशतगर्दो के प्रति सहानुभूति
‘देश में समान शिक्षा के लिए जन आंदोलन की जरूरत’
टीम बदलाव आजादी के 7 दशक बाद भी हम देश में समान शिक्षा और समान स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतों को
सांप्रदायिकता सरकार का सबसे बड़ा अस्त्र है- प्रेमचंद
डा. सुधांशु कुमार हिंदी कथा साहित्य को ‘तिलस्म’ और ‘ऐय्यारी’ के खंडहर व अंधेरी गुफा से निकालकर जनसामान्य के दुख-दर्द
पटना में शहीदों के सम्मान में एक शाम
बदलाव प्रतिनिधि नक्सली हमले में शहीद सुरक्षाकर्मियों की याद में कृष्णा मेमोरियल हाल में 28 जुलाई की शाम एक कार्यक्रम
सड़ता सिस्टम, सोती सरकार और दम तोड़ती बेटियां
पुष्यमित्र कल से जो बवाल मचना शुरू हुआ था, उसके दबाव में आज बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह के
किसान एक कदम चले, मैं दो कदम साथ चलूंगा- मशरूम मैन दयाराम
विजय प्रकाश देश में मशरूम मैन के नाम से चर्चित कृषि वैज्ञानिक डॉ. दयाराम किसानों की आर्थिक सेहत सुधारने की
एमरी अषाढ शुक्ल पक्ष का नवमी शनिवारे को पड़ा है!
ब्रह्मानंद ठाकुर हमारे घोंचू भाई उस पीढी से बिलांग करते हैं जिस पीढी के अधिकांश लोग खलास हो चुके हैं
एक आख़िरी गोली और क्रांति का महानायक
डा. सुधांशु कुमार भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का अमरदीप – चंन्द्रशेखर आजाद ! एक ऐसा नाम , जिसके स्मरण मात्र से