पशुपति शर्मा गांधी को लेकर अपने एहसास की बात मैं आइंस्टीन के एक कथन से शुरू करता हूं जिसका जिक्र
Category: मेरा गांव, मेरा देश
अंधविश्वास और बाज़ारवाद के मायाजाल से घिरी आस्था
ब्रह्मानंद ठाकुर धनरोपिया खतम हो जाने से घोंचू भाई अब पूरी तरह से फुर्सत में हैं। इधर दू- चार दिन से टिप-टाप
पत्रकारों से सवाल-जवाब का ‘अटल’ नाता
राधे कृष्ण मैं खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ चार
बिल्डिंग तैयार है… 2 साल से डॉक्टर का इंतजार
गोरखपुर में एम्स बन रहा है । देवरिया जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने का ऐलान हुआ है । हालांकि ये
एशिया में नफ़रत से आज़ादी की जंग बाकी है!
पुष्यमित्र वैसे तो बचपन से लेकर आज तक हमने कभी सोचा नहीं कि 15 अगस्त की तारीख का इसके सिवा
मीडिया को फिर से पत्रकारिता बनाने की लड़ाई कलम के नाम उधार है
ब्रह्मानंद ठाकुर अपने देश के मीडिया जगत में इन दिनों जो घटनाएं घट रही हैं, वह आकस्मिक नहीं कही जा
‘सियासी समर’ से पहले ‘युद्ध में अयोध्या’
प्रणय यादव हेमन्त शर्मा जी की नई पुस्तक पाठकों के हाथ में आने वाली है, नाम है ” युद्ध में
आपके हिस्से की हंसी, ख़ुशी, सुगंध, मिठास मुबारक हो
अपने जन्मदिन पर मृदुला शुक्ला की फेसबुक पोस्ट मेरा पैदा होना पत्थर पर जमी दूब नहीं था न ही सिल
मनरेगा- कमाए लंगोटीवाला और खाए धोतीवाला
ब्रह्मानंद ठाकुर घोंचू भाई आय सुबहे से घर से गायब थे। मैंने कई बार उनके ओसारे मे बिछी चउकी पर
नेक, ईमानदार, मददगार और सहज इंसान बनने की प्रेरणा थे सुमित मिश्रा
अजीत अंजुम के फेसबुक वॉल से क्या सुमित , तुम ऐसे हम सबको छोड़कर चले गए ? तुम्हारा बेजान जिस्म