विनोद कापड़ी मच्छरदानी हटाई जा रही है। गद्दे उठा लिए गए हैं। कूलर हटाए जा चुके हैं। पुआल समेटी जा
Category: मेरा गांव, मेरा देश
देवरिया में लगी ‘बदलाव की चौपाल’
अनिल कुमार उत्तर प्रदेश के जौनपुर से ‘बदलाव की चौपाल’ का जो सफर शुरू हुआ वो दिल्ली होते हुए नेपाल
“सही चीज पीते तो मैं खुद पैग बनाकर देती”
पुष्यमित्र कहानी मुजफ्फरपुर के एक गांव की, जहां की औरतों का जीवन शराब ने तबाह कर दिया है । घर-घर
नंद गांव की गौशाला, जहां रंभाती हैं सवा लाख गायें
भव्य श्रीवास्तव राजस्थान के सांचौर जिले में पथमेडा गौशाला है, जो विश्व की सबसे बड़ी गौशाला मानी जाती है। मैं
अंबेडकर, संविधान और अनकहा सच !
हरिगोविंद विश्वकर्मा क्या आप जानते हैं कि बाबासाहेब के नाम से लोकप्रिय दुनिया के सबसे बड़े संविधान के निर्माता डॉ
बाबा साहेब की तरह रूख हवाओं का बदल दो…
जय सिंह अब बाबा साहेब नहीं हैं, बाबा साहेब का संदेश ही हम लोगों के पास है। बाबा साहेब की
बुंदेलखंड में बिन पानी सब सून !
समीर आत्मज मिश्रा के फेसबुक वॉल से अगले कुछ दिनों तक बुंदेलखंड में रहूंगा। इस इलाके में प्राकृतिक सुंदरता के
एक किताब जिसने बदली सोच
बसंत कुमार जब गांव में था तो आसपास थी पति से पिटती औरतें, पति और बच्चों के सपने को अपना
भितिहरवा गांव, जिसने याद रखा कस्तूरबा का ‘ककहरा’
पुष्यमित्र लोगों ने इस स्कूल को जिंदा रखने के लिए तीन-तीन बार अलग-अलग जगह जमीन दान की। गोरों ने स्कूल
कितने अजीब रिश्ते हैं यहां पे !
हंसा कोरंगा ‘तेरे दिल में मेरी सांसों को पनाह मिल जाए…तेरे इश्क में मेरी जान फना हो जाए… ‘ क्या आज