जाने – माने साहित्यकार , कवि और लेखक डाक्टर संजय पंकज होंगे बदलाव के अप्रैल के अतिथि सम्पादक। मुजफ्फरपुर जिले
Author: badalav
इस जीत का चेहरा कौन, गठबंधन का मोहरा कौन?
रविकिशोर श्रीवास्तव राजनीति में दुश्मन कब दोस्त बन जाएं, अपने कब बाग़ी… ये वक्त की ज़रूरत पर निर्भर है। इसकी तदबीर को यूपी में समाजवादी पार्टी और
किसानों के ‘शांति मार्च’ का पैगाम समझिए फडणवीसजी
बब्बन सिंह 12 मार्च की शाम को अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में किसानों का लॉन्ग मार्च महाराष्ट्र सरकार
बुजुर्गों का अकेलापन और हमारी जिम्मेदारी
पशुपति शर्मा घर के दरवाजे पर हाथ में अखबार लिए बड़ी तल्लीनता से खबरों से बावस्ता मेरे फूफाजी। तस्वीर बुआ
अन्नदाता के इस आंदोलन को सलाम!
विकास मिश्रा महाराष्ट्र के इस किसान आंदोलन ने बहुत कुछ सिखाया है। पहला तो ये कि हक़ के लिए आंदोलन
असली किसान कौन ?
जब जब किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरता है तब किसान विरोधी सोच वाले तमाम फेसबुकिया ब्रिगेड झूठ
‘मांगों की फसल’ काटकर लौटेगा किसान !
अरुण यादव देश का अन्नदाता सड़क पर है फिर भी सरकार सो रही है । आखिर हमारी सरकारों की नींद
मुजफ्फरपुर के वीर सपूत जुब्बा सहनी की शहादत गाथा
ब्रह्मानंद ठाकुर ” हां, वायलर को मैंने मारा, किसी और ने नहीं।” यही तो कहा था भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा
बनपुरी के डिजिटल स्कूल बनने की कहानी गजब-दिलचस्प है!
शिरीष खरे बारह साल पहले जब यहां यह स्कूल नहीं था तब एक आदमी ने अपनी जमीन दान कर दी।
सांगली की रानमला बस्ती के स्कूल के रंग
शिरीष खरे एक छोटे-से कमरे के एकमात्र दरवाजे पर हर दिन सुबह-सुबह छोटे बच्चे एक सुंदर रंगोली बनाते हैं, जो