अनुशक्ति सिंह के फेसबुक वॉल से साभार कभी किसी को कहते सुना था, जहाँ न जाये रवि वहाँ जाये बिहारी.
Author: badalav
शहरों की भूल-भुलैया और गांवों का बिगड़ता ताना-बाना
शिरीश खरे शहर का नाम आते ही हमारे सामने गांव की जो भी छवि बने लेकिन इतना तय है कि
फाउंटेन पेन का लालच और चवन्नी की चोरी
ब्रह्मानंद ठाकुर घोंचू भाई आज खूब प्रसन्न मुद्रा में थे। मनकचोटन भाई के दलान में तिनटंगा चउकी पर ज्योंही
सुकराती पर्व की सोन्ही यादें और बैलों की घंटी का संगीत
ब्रह्मानंद ठाकुर इस दुनिया मे चिरंतन ,शाश्वत और अपरिवर्तनशील कुछ भी नहीं है। वस्तुजगत का कण – कण परिवर्तनशील है।
फिल्म से पहले पिता ने क्यों किया पीहू का स्टिंग ऑपरेशन
विनोद कापड़ी पीहू के माता-पिता रोहित विश्वकर्मा और प्रेरणा शर्मा की सहमति मिलने के बाद मैंने तय किया कि अब
मिस टनकपुर से बेबी पीहू तक, एक जिद की जीत
विनोद कापड़ी कहानी और पीहू दोनों मिल चुकी थी। प्रोड्यूसर मिलना बाक़ी था। एक और बेहद मुश्किल काम। मुंबई में
तब की दिवाली, अब का ‘दिवाला’
ब्रह्मानंद ठाकुर आज घोंचू भाई जब मनकचोटन भाई के दालान पर पहुंचे तो मनसुखबा दिवाली मनाने के लिए जरूरी सामान
नन्हीं पीहू से प्यार और विनोद कापड़ी का पागलपन
विनोद कापड़ी फ़िल्म रिलीज़ होने में अब कुछ दिन बाक़ी हैं।अब पीहू फ़िल्म से जुड़ी कुछ कहानियाँ। सबसे पहले कैसे
उग्र हिंदुत्व के पैरोकारों का कुछ धर्म-ईमान भी बचा है?
राकेश कायस्थ के फेसबुक वॉल से साभार मैं आरएसएस को एक अतार्किक गैर-जिम्मेदार, षडयंत्रकारी और विभाजनकारी विचारधारा मानता हूं। यह
झूठ की फैक्ट्री और सच के आईने में नेहरू
आलोक श्रीवास्तव के फेसबुक वॉल से साभार ‘इंडिया टुडे’ के पूर्व पत्रकार पीयूष बबेले ने जवाहरलाल नेहरू पर शानदार किताब