पुष्यमित्र राजगीर का घोड़ाकटोरा झील, मानसरोवर नहीं है, न ही सिक्किम के नाथुला इलाके में बसा छांगू लेक। मगर जनवरी
Author: badalav
प्री-प्रेंगनेंसी शूट- नया चलन और कुछ सवाल
सीमा मधुरिमा के फेसबुक वॉल से साभार पिछली बार संस्कृतियों के परिवर्तन की बात करते समय आपको प्री वेडिंग शूट
ये कोई रियलिटी शो नहीं, संघीय ढांचे का प्रतीक है !
राकेश कायस्थ राजपथ की पूरी महफिल इस बार अकेले बापू ने लूट ली। अरुणाचल से लेकर गोवा तक शायद कोई
गणतंत्र बड़ा हुआ, लेकिन हमारी सोच छोटी
ब्रह्मानंद ठाकुर आजादी के 5 साल बाद और भारत को गणतंत्र घोषित होने के दो साल बाद 1952 में मेरा
जब मैंने पहली बार कर्पूरी ठाकुर को देखा और सुना
ब्रह्मानंद ठाकुर साल तो ठीक याद नहीं, शायद 1964-65 रहा होगा। मैं अपने गांव के बेसिक स्कूल में छठी कक्षा
कई सवालों का एक जबाब…
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कांफी अन्नान ने कहा था “खेल एक सार्वभौमिक भाषा है । अपने अच्छे रूप में
सिर्फ नेता नहीं, कांग्रेस को नीति भी बदलनी होगी
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने का तात्कालिक तौर पर पूर्वी
‘आज देश में पूंजीवाद विरोधी समाजवादी क्रांति की ज़रूरत है’
ब्रह्मानंद ठाकुर ‘मां, आपके मतानुसार हमारी शिक्षा का उद्देश्य क्या है ? बड़े हो जाने पर हमें किस काम में
देश की सेहत सुधारने के लिए एक डॉक्टर का अनशन
अरुण यादव फेसबुक पर सर्च करते वक्त अचानक एक तस्वीर पर नजर टिक गई । जिसमें एक शख्स हाथ में
मसूरी की नहीं, विधायक को जघन्य अपराध करने वाले की है चिंता !
उत्तराखंड के नेता खोखले हैं ये बात एक बार फिर गणेश जोशी ने साबित कर दी. विवादों को साये की