डॉ. नीलू अग्रवाल भारत में कई ऐसे सुंदर प्रदेश हैं जहां के सीधे-साधे जीवन को नक्सलवाद का ग्रहण लग गया
Author: badalav
ग़ज़लों ने कहा अलविदा 2020, वेलकम 2021
पेड़ों की छांव तले रचना पाठ की 70 वीं गोष्ठी में नये वर्ष का स्वागत “शाम-ए-ग़ज़ल” से हुआ। वर्ष के
रुकतापुर- विकास की आंकाक्षा का ‘चलतापुर’
नीलू अग्रवाल रुकतापुर एक रिपोर्टर की ऐसी डायरी है जो कोशी- सीमांचल में घूमते हुए देखे -अनदेखे, सुने – अनसुने,वहां
कृषि कानून पर सरकार की दलील और किसानों की आशंकाओं को समझिए
ब्रह्मानंद ठाकुर देश के किसान एक महीने से दिल्ली दरबार की दहलीज पर आंदोलन कर रहे हैं। सर्द मौसम में
पेड़ों की छांव तले शाम-ए-गज़ल का आयोजन कल
“पेड़ों की छांव तले रचना पाठ” के अंतर्गत होने वाली साहित्य गोष्ठी नये साल के आगमन से ठीक पहले रविवार,
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मां रेस्टोरेंट का उद्घाटन कल
ग्रेटर नोएडा वेस्ट का सबसे बड़ा भोजनालय बनकर तैयार है । सेक्टर 2 में नौ देवी दुर्गा माता मंदिर सेवा
42 सालों से विकास की राह देखता बिहार का एक गांव
हुसैन ताबिश की रिपोर्ट इंतजार किसे कहते हैं और इसका दर्द क्या होता है, अगर ये महसूस करते हो तो
आओ कभी इलाहाबाद
सुनील श्रीवास्तव के फैकबुक वॉल से साभारआज गुरू की आयी चिट्ठी,गुम होय गयी सिट्टी -पिट्टी ,लिखे हैं बेटा बनत हो
स्वास्थ्य और शिक्षा मुद्दा क्यों नहीं चुनाव में ?
ब्रह्मानंद ठाकुर बिहार की आबादी करीब 12 करोड है। यहां डाक्टरों के 11 हजार 373 पद सृजित हैं लेकिन लगभग
क्या जातीय समीकरण से ऊपर उठकर वोट करेगी साहेबगंज की जनता
ब्रह्मानन्द ठाकुर, मुजफ्फरपुरर साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र वैशाली लोकसभा के अन्तर्गत और मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी सीमा पर स्थित है। यहां चुनाव मुद्दो