कीर्ति दीक्षित काश हे मजदूर! तुम भी असहिष्णु हो जाते, हे किसान! तुम भी असहिष्णु हो जाते। आकुल अन्तर की
Author: badalav
पढ़ाई के लिए ऐसी लड़ाई! जय बीना, जय हिंद!
रूपेश कुमार बीना को इसलिए उसके ससुरालवालों ने घर से निकाल दिया कि वह पढ़ना चाहती थी, लेकिन उसने हिम्मत
हड़ताल के 35 दिन, सर्राफ़ा कारोबार में हाहाकार क्यों?
पशुपति शर्मा शुभाशीष दे। गीता ज्वैलर्स के प्रोपराइटर। गाजियाबाद के वसुंधरा में कमल ढाबे के सामने इनकी ज्वैलरी की छोटी
कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है…
रिषीकांत सिंह चार दिन पहले की बात है। रात में सोने की तैयारी कर रहा था। अचानक ऊपर वाले फ्लैट
न्यूक्लियर प्लांट के ‘भयावह’ सच को ‘लीक’ करने की अंतहीन सज़ा
कुछ दिन पहले 11 मार्च को गुजरात में मौजूद काकरापार न्यूक्लियर प्लांट में लीकेज की ख़बर आई थी लेकिन इस
सिलिकन वैली से कुछ यूं देखा उसने अपने हिंदुस्तान को…
रिद्धी भेदा मैं मिड्ल स्कूल की छात्रा हूं और इन दिनों सांटा क्लारा में रहती हूं, जिसे सिलिकन वैली के
दिव्यांगों को समझने की ‘दिव्य दृष्टि’ नदारद है…
विनोद कुमार मिश्र साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र संघ में विकलांगों के अधिकार आधारित व्यवस्था के निर्माण हेतु जब घोषणा पत्र
बालमगढिया की छात्राएं गढ़ रही हैं सपनों की दुनिया
रूपेश कुमार एक ओर जब देश में स्कूलों की स्थिति को लेकर विश्व बैंक की रिपोर्ट को लेकर कुछ बुद्धिजीवी
चंपारण आंदोलन और गांधी के स्कूल का अनकहा पाठ
चंपारण में महात्मा गांधी ने निलहे प्लांटर्स के खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन किया था, यह कहानी तो सबको ज्ञात है। मगर,
औरंगाबाद के गांव बरपा में ग्रामीण T-20 का डे-नाइट रोमांच
टीम बदलाव देश में टी-20 का रोमांच है। कोहली की गोली और माही की जय-जय जैसे उदघोष हो रहे हैं।