बरुण सखाजी हमें स्मार्ट सिटी चाहिए, स्मार्ट सरकार, स्मार्ट कार्ड, स्मार्ट फोन, स्मार्ट पत्नी, स्मार्ट क्लास और स्मार्ट टीवी समेत
Author: badalav
हमारे विकल्पों में युद्ध न हो, युद्ध का उन्माद न हो
पन्ना लाल करगिल और ट्रॉय की जंग। युद्ध की दो कथाएं। शौर्य और पराक्रम की दो दास्तान। करगिल की जंग
बुलंदियों की ख्वाहिश में मिटा दिये दरभंगा के पोखर
पुष्यमित्र लहेरियासराय के बेता गामी पोखर को इन दिनों आप उसके चारों ओर बने किसी मकान की छत पर चढ़े
कच्ची ख्वाहिशें, पकता मन
याद आये तुम जैसे याद आने लगते हैं बच्चे घर से बाहर जाते ही जैसे जान लगाकर उड़ती चिड़ियाँ को
थोड़ा खर्च और किसानों को 100 गुना मुनाफा
अरुण यादव गांवों में गेहूं की कटाई-मड़ाई हो चुकी हैं । लगन बारात भी निपटा चुका है लिहाजा किसान कुछ
कैंसर पीड़ित मासूमों के चेहरे पर ‘मुस्कान’ ही मकसद
सत्येंद्र कुमार यादव दिल्ली के एम्स का नाम सुनते हैं लोंगों के मन में कई सवाल उठने लगते हैं। कैसे
आईएएस की ट्रेनिंग… गांवों को दिलाया स्वच्छता का संकल्प
निशांत जैन ‘स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने, देश से अपने, ये वादा कर लिया हमने।” अक्टूबर 2014 को
चैन से मरने न दिया…
जयंत कुमार सिन्हा संगम ने ‘मोक्ष’ के तीन मार्ग तय किये -जलाना, दफनाना और प्रवाह करना। संगम यानि इलाहाबाद। संगम
आपकी सजगता ही उनका जीवन है !
उमेश कुमार लगभग डेढ़ साल पहले 04 दिसम्बर2014 को बरेली से लखनऊ की बस यात्रा के दौरान अखबार में छपी
… क्योंकि वह मेरी मां है!
माँ माँ यानि सिर्फ एक शब्द नहीं होता एक संस्कृति होती है एक संस्कार होता है एक परंपरा और एक