संतोष कुमार सिंह देश के अलग-अलग हिस्सों में इन दिनों गाय को लेकर खूब चर्चा हो रही है। गाय से
Author: badalav
काले लिबास वाला
काले कपड़े पहनने का शौक़ । सादगी पसंद, बेबाक़ी से अपनी राय रखना उनकी आदत । अपनी फ़िल्मों से लेकर
जो गधे पर नहीं बैठा, वह जन्म्या ही नहीं!
वर्षा मिर्जा इन दिनों गधों की हज़ार सालों की सहनशीलता दाव पर है। सब उन्हीं पर जुमले बोल रहे हैं।
वैशाखनंदन लिखो या शारदानंदन गालियां तो पड़ेंगी ही
राकेश कायस्थ सोशल मीडिया पर हंगामा ना हो फिर काहे का सोशल मीडिया। अगर शांति चाहते हैं तो कुछ समय
‘बाहुबली नहीं लाखबली बांध कहिये’
पुष्यमित्र जब मेन स्ट्रीम मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सरदार सरोवर डैम को तोहफे के तौर पर
बदलाव छात्रवृति योजना के लिए प्रस्ताव
शंभु झा दोस्तो, समाज में सार्थक और सकारात्मक बदलाव के लिए वैल्यू एजुकेशन एक बुनियादी जरूरत है। लेकिन हमने विकास
सवालों की पटरी, ‘बुलेट’ का बुलंद सपना
राधे कृष्ण देश में पहली बुलेट ट्रेन की नींव सही मायने में न्यू इंडिया की आधारशिला रखी गई है ।
हिंदी दिवस और कोपेनहेगन
सच्चिदानंद जोशी 7 सितंबर 2017 को कोपेनहेगन में था। थोड़ा तफरी करने के इरादे से विश्व प्रसिद्ध लिटिल मर्मेड की
सरकार, रोजी-रोटी का जरिया बने हिंदी
ब्रह्मानंद ठाकुर आज हिन्दी दिवस है। राजभाषा हिन्दी के विकास के बड़े-बड़े दावे और वादे किए जा रहे हैं। बाबजूद इसके
साइनबोर्ड की ग़लतियां सुधारने वाला हिंदी का पहला सेवक
ब्रह्मानंद ठाकुर यह गौरव मुजफ्फरपुर को हासिल है, जहां अयोध्या प्रसाद खत्री ने भारतेन्दु युग (1850-1900) में हिन्दी साहित्य में