बदलाव बाल क्लब- दूसरे हफ़्ते में साधे सुर

DSC01904

टीम बदलाव

बदलाव बाल क्लब की पाठशाला का दूसरा हफ़्ता भी बच्चों के लिए काफी मजेदार अनुभव रहा। बच्चों ने खूब मस्ती की । शनिवार को मोहन ने बच्चों को अलग-अलग तरह के गेम खिलाए। मसलन बच्चों को टॉस्क दिया गया कि आपको हंसना नहीं है, जबकि बाकी दूसरे बच्चों से कहा गया कि आपको सामने वाले बच्चे को हंसाना है । सभी बच्चों ने एक-एक कर टॉस्क पूरा किया, हालांकि कुछ के चेहरे पर तुरंत हंसी आ गई तो कुछ ने काफी देर तक खुद पर कंट्रोल रखा। बच्चों ने मेमोरी गेम भी खेला। बच्चों ने एक दूसरे की बातें सुनीं और फिर जब सवाल किए गए तो जवाब दिय़ा। इसके साथ ही परिवार के लोगों में बातें करने का भी एक छोटा  सत्र हुआ। बच्चों ने अपने पापा-मम्मी, नाना-नानी, दादा-दादी, घर, टीचर्स के बारे में रोचक बातें बताईं।DSC01908

थोड़ी हंसी-ठिठोली के बाद शुरू हुई बच्चों की डांस प्रैक्टिस। प्रदीप्ता झा ने अलग-अलग गाने पर बच्चों को डांस स्टेप्स हुनर को निखारने की कोशिश की । बड़े बच्चों को देख छोटे बच्चे भी कदम से कदम मिलाने की पूरी कोशिश करते रहे । हालांकि इस दौरान बच्चों ने शरारतें भी खूब की, लेकिन उसका भी अपना अलग मजा था ।

वहीं रविवार को बदलाव बाल क्लब को एक नया प्रशिक्षक भी मिला। बदलाव टीम के साथ अनीश कुमार सिंह ने बच्चों को सुरों का अभ्यास कराया। अनीश कुमार सिंह मीडिया में लंबे वक्त से सक्रिय हैं। संगीत उनका शौक ही नहीं जुनून है। बदलाव बाल क्लब के बच्चों के साथ करीब 90 मिनट की क्लास में अनीश ने कुछ रोचक आलाप भी सुनाए। कुछ गीतों के बोल गुनगुनाए और बच्चों ने उसे दोहराया। नये टीचर को अपने बीच देख बच्चे काफी खुश नजर आए। अनीश ने संगीत को मानसिक शांति और मनोविकारों को दूर करने का एक सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि संगीत साधना से बच्चों में एकाग्रता आती है। ध्यान-साधना के बाद बच्चों से सुर और लय को भी परखने और निखारने का काम हुआ।


बदलाव बाल क्लब की पहली पाठशाला…. पढ़ने के लिए क्लिक करें