सत्येंद्र कुमार यादव
बदलाव की चौपाल के बाद अब बदलाव बाल क्लब की पहली वर्कशॉप। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर 6 में बदलाव बाल क्लब की पहली ‘पाठशाला’ लगी तो उसमें शामिल होकर आनंद आ गया । मैं दिल्ली के मयूर विहार फेज 3 से बेटे अथर्व, भतीजे सक्षम को लेकर गया था। 9 साल के पंकशुल अरोरा, 11 साल के तन्मय, राघव अरोड़ा, दिव्यांश, 7 साल की वेदाक्षी, रिद्धिमा शर्मा, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल की छात्रा खुशी और रिया बैलून पर कागज चिपकाने में मशगूल रहे। छोटे बच्चों में रिसा डे थोड़ी देर से आईं।
कई महीनों से बदलाव बाल क्लब को लेकर चर्चा चल रही थी। हमने शुरुआत में 10 बच्चों के साथ इस क्लब की गतिविधियां शुरू करने का फ़ैसला किया। एक-एक कर 9 बच्चों ने कार्यशाला से पहले ही अपनी मेंबरशिप कंफर्म कर दी। बतौर कार्यशाला संयोजक सर्बानी शर्मा की हामी के बाद लोगों को इंफॉर्म किया गया। अमर उजाला के पत्रकार साथी सचिन श्रीवास्तव ने आर्ट एंड क्राफ्ट की क्लास के नाम पर अपने ऑफ के शुरुआती दो घंटे ‘डोनेट’ किए। वीरेंद्र सिंह और सुभाशीष डे ने कार्यशाला के लिए कमरा तैयार किया। तपती गर्मी से बच्चों को थोड़ी राहत के लिए कूलर ठीक किया गया।… और बच्चों का इंतजार ख़त्म हो गया।
21 मई शनिवार की सुबह सवा 9 बजते-बजते बच्चों का जमावड़ा लग गया। छोटे से कमरे में 11 बच्चे थे। कुछ नन्हे-मुन्ने कुछ उनसे बड़े। बच्चों को कुछ सिखाने के साथ ही उनसे कुछ सीखने की शुरुआत हो गई। सचिन श्रीवास्तव ने बच्चों के क्रॉफ्ट की क्लास कब और कैसे ले ली, उन्हें समझ ही नहीं आया। बातों-बातों में बच्चे काम में लगे रहे। हंसते-खेलते। लड़ते-झगड़ते।
मोहन जोशी ने बच्चों से कहानियां पढ़वाई। कई एक्टिविटी करवाई। गेम्स खिलवाए। मिरर गेम के जरिए बच्चों का एक्टिंग हुनर सामने आया। कुछ बच्चों ने बाद में ग्रुप में बंटकर छोटी एक्टिविटी भी की। नंबर गेम के दौरान बच्चे काफी उत्साहित दिखे, इस छोटे से गेम के विजेता रहे-तन्मय। सर्बाणी शर्मा के साथ बच्चों ने सारेगामा के बोल दोहराए तो प्रदीप्ता झा के साथ डांस स्टेप्स सीखे।
जूली जयश्री, कुसुम, पशुपति शर्मा, देवाशीष डे, वीरेंद्र सिंह भी इस कार्यशाला में मौजूद रहे। करीब दो घंटे की पहली बाल पाठशाला में बच्चो ने पूरी मस्ती की । गानो पर थिरके तो वही प्ले के जरिए एक दूसरे की मदद करने का संदेश दिया। अनौपचारिक कार्यक्रमों के सिलसिले में बच्चों ने दो पौधे भी लगाए। बदलाव बाल क्लब छोटे बच्चों का एक ऐसा अड्डा है, जहां मस्ती के साथ मनोरंजन और एजुकेशन भी है। खाली टाइम में बच्चे एक दूसरे से परिचित होते हैं। रजिस्ट्रेशन के तौर पर बच्चों ने 100 रुपये का कंट्रीब्यूशन भी किया है, जो वर्कशॉप के दौरान उन्हीं पर खर्च किया जाएगा। ये सारी कोशिश बच्चों के अंदर सामूहिकता का भाव पैदा करने और उनकी रचनात्मकता को एक मौका देने की है।
सत्येंद्र कुमार यादव, एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्विद्यालय के पूर्व छात्र । सोशल मीडिया पर हैरान करने वाली सक्रियता । आपसे मोबाइल- 9560206805 पर संपर्क किया जा सकता है ।