बिहार के मधेपुरा से शुरू हुआ बदलाव का सफर अब अपने अगले मुकाम की ओर बढ़ चला है। आप सभी के सहयोग से ‘बदलाव’ ने अब तक गांवों और वहां रहने वाले लोगों से संवाद की कोशिश की है। पिछले आठ महीनों में लोगों की शुभकामनाओं के बूते साथी आगे बढ़ रहे हैं। कुछ करने की सोच रहे हैं। इसी सिलसिले में 19 फरवरी को जौनपुर में एक चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इस चौपाल में दिल्ली से आए पत्रकार और बदलाव के सक्रिय सदस्य अरुण यादव शामिल हो रहे हैं। स्थानीय आयोजकों में डॉक्टर बृजेश कुमार यदुवंशी ने सारी जिम्मेदारी संभाल रखी है।
डॉक्टर बृजेश कुमार यदुवंशी मूलत : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के रहने वाले हैं। ड़ॉक्टर बृजेश को जब बदलाव की मुहिम की जानकारी मिली तो उन्होंने गांव के विकास के लिए बदलाव के बैनर तले ‘चौपाल’ की इच्छा चाहिर की। टीम बदलाव की ओर से पहली ‘चौपाल’ शुक्रवार दिनांक 19 फरवरी की दोपहर दो बजे रखी गई है। जौनपुर जिले के जलालपुर ब्लॉक में पड़ने वाले नेवादा गांव में ये चौपाल होगी। इस चौपाल को लेकर महिलाओं में भी उत्साह है। इस चौपाल में हर वो शख्स आमंत्रित है जो समाज में कुछ बदलाव चाहता है।
टीम बदलाव ने पिछले दिनों दिल्ली में हुई मीटिंग में कई योजनाओं पर विचार किया है। इस तरह के संवाद उसकी अगली कड़ी हैं। बदलाव की कोशिश ये है कि ग्रामीण क्षेत्र में वैचारिक-सांस्कृतिक संवाद की नई शुरुआत हो। खेती, ग्रामीण उद्योग को लेकर कौशल विकास हो। ग्रामीण पर्यटन की दिशा में भी संस्था ने एक छोटी सी योजना तैयार कर रखी है, जिस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जल्द ही छोटी-छोटी पुस्तिकाएं प्रकाशित की जाएंगी। बदलाव उन सभी सकारात्मक लोगों को जोड़ने का काम करेगी, जो गांव में वाकई बदलाव की पहल को इच्छुक हैं और उस दिशा में प्रयास करना चाहते हैं।