टीम बदलाव
नौ दिन माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा और दसवें दिन रावण का दहन… लेकिन इस दौरान भी महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध की कई दिल दहला देने वाली घटनाएँ हुईं… कईयों के मन का रावण हुंकार भरता रहा… मेरा सवाल बस एक ही है रावण दहन तो कर लिया… मन का रावण जलाया क्या?
देश के कई शहरों और गाँवों में महिलाएँ नवरात्र के दौरान भी उत्पीड़न का शिकार हुईं…पहली घटना उत्तरप्रदेश के मैनपुरी की है… आरोप है कि एक युवक ने जबरन घर में घुसकर लड़की के साथ दुष्कर्म किया… लड़की के शव को फंदे से लटका दिया … मैनपुरी पुलिस की माने तो बारह घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया…
इसी तरह उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में युवती के साथ रेप हुआ… कहा जा रहा है कि पुलिस से शिकायत के बाद भी एक्शन नहीं हुआ और पीड़िता ने ख़ुदकुशी कर ली… सवाल ये नहीं कि सरकार और पुलिस क्या कर रही है, सवाल तो ये है कि लड़कियाँ इस ख़ौफ़ से कब आज़ाद होंगी..
एक और घटना उत्तर प्रदेश के औरैया की है… एक नाबालिग लड़की का शव मिला… शरीर पर कपड़े नहीं थे…. रिश्तेदारों ने रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है… एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, जिसमें पुलिस लड़की का शव खेतों से लेकर जा रही है… कुछ ने कहा परिवार की मर्ज़ी के बग़ैर पोस्टमार्टम की ज़बरदस्ती की गई… तो वहीं पुलिस की ओर से साफ़-साफ बयान आया… ऐसी फ़िज़ूल की बातें करने वालों की ख़ैर नहीं…
झारखंड के लोहरदगा में घास काटने गई विधवा महिला से गैंगरेप किया गया… आरोपों के कठघरे में दो सिपाही आ गए हैं… कहते हैं निर्भया जैसी दरिंदगी की गई… ये तो वो घटनाएँ हैं, जिस पर हमको आपको सोचना होगा… सोचना ये भी होगा कि क्या पुरुषों के अंदर बैठा रावण जलाया गया… क्या हमारे-आपके बीच हर जगह मौजूद रावण को ख़ाक किया गया… सोचिए ज़रूर…