बदलाव प्रतिनिधि, मुजफ्फरनगर
2019 में चमकी बुखार की मौतों ने हम सब को किस कदर परेशान किया था, यह आप और हम आज तक नहीं भूले हैं। हम यह भी चाहते हैं कि इस शर्मिंद्गी भरी त्रासदी से हमारा, बिहार का पीछा छूटे। अब किसी बच्चे की इस तरह मौत न हो। इसी ख्याल से इस वर्ष जुलाई महीने में युवाओं की एक टीम ने देश के नागरिक समाज की मदद से मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले के 227 चमकी बुखार पीड़ित परिवारों के घर जाकर उनसे बातचीत की और इस रोग के सामाजिक-आर्थिक आधार और मूल कारणों को समझने की कोशिश की। यह वही टीम थी जिसने चमकी बुखार के प्रकोप के दौरान मुजफ्फरपुर में रह कर जागरुकता फैलाने, अस्पताल की व्यवस्था बेहतर करने में मदद करने, रोगी के परिजनों की सहायता करने का काम किया था।
उक्त सर्वेक्षण की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। इस रिपोर्ट के आँकड़े हमने जुटाये हैं और इसका विश्लेषण सामाजिक मसले पर अध्ययन करने वाली प्रतिष्ठित संस्था प्रैक्सिस ने किया है। इस रिपोर्ट को हम 13 नवम्बर को जारी करना चाहते हैं ताकि 14 नवम्बर से शुरू हो सके आगामी बाल सप्ताह के दौरान हम सब इस मसले पर चर्चा कर सकें और कोई ऐसी योजना बने कि अगले साल बच्चों की इस तरह मौतें न हो। रिपोर्ट को वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं जेपी सेनानी अनिल प्रकाश जारी करेंगे।इस अवसर पर हम आपसे आग्रह करते हैं कि रिपोर्ट रिलीज के वक़्त इस आयोजन में पहुँचे और अपने मित्रों, मीडिया के साथियों तक इस सूचना को पहुंचाने में हमारी मदद करें।
आयोजन स्थल- लक्ष्मी अतिथि भवन घिरनी पोखर, अंडी गोला, मुजफ्फरपुर
तारीख- 13 नवम्बर, 2019
समय-11.30 से
युवा समूह, चमकी निवारण अभियान