पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार
साइलेंसर वाली बंदूक
बड़ी ख़तरनाक होती है
आपके आस-पास
चलते-फिरते शख्स को
वो बुलाएंगे
और गोली मार देंगे
साइलेंसर वाली बंदूक से
कोई आवाज़ नहीं होगी
न बंदूक में
न आस-पास
कोई कुछ नहीं बोलेगा
सब बढ़ते जाएंगे
अपनी-अपनी मंजिल की ओरकितनी ख़तरनाक हो चुकी हैं
ये मंजिलें
साइलेंसर वाली बंदूक का विस्तार
हो चुका है हर ओर
अब सिर्फ बंदूक में ही नहीं लगा
साइलेंसर
हम-आप
सब हो गए हैं साइलेंसर युक्त
सफ़र और मंजिल
सब है साइलेंसर युक्तदेखना कभी
सोचना कभी
कितने ख़तरनाक हैं
साइलेंसर वाली बंदूक की तरह
साइलेंसर वाले इंसान।
-पशुपति शर्मा (1 मार्च 2019 को रचित)
बहुत शानदार पशुपति जी।