पहाड़ पर खेतों से खर पतवार निकाल
जमीन में बीज रोपती हैं पहाड़ी औरतें |
वे बैल हैं और हल का मूठ पकड़े किसान भी
मगर वे औरतें भी हैं
कैमरे को देख खिलखिलाती हैं…
ठिठक कर खड़ी हो जाती हैं
पसीने को पोछे बगैर खिंचवाती हैं तस्वीरें
– मृदुला शुक्ला
–लेखिका मृदुला शुक्ला जी के फेसबुक वॉल से साभार।