सत्येंद्र कुमार यादव
उत्तर प्रदेश में एक जिला ऐसा है जहां महिला शक्ति का राज है।राजधानी लखनऊ से महज 65 किलोमीटर दूर उन्नाव जिला इन दिनों महिला अधिकारियों की वजह से सुर्खियों में है। डीएम से लेकर पुलिस कप्तान तक और एसडीएम से लेकर सीएमओ तक उन्नाव जिले में हर बड़े प्रशासनिक पदों पर महिलाएं तैनात हैं। उन्नाव की जिला पंचायत अध्यक्ष भी महिला है। यूपी के इस जिले में अफसरों की लेडी ब्रिगेड काफी मजबूत है। सुबह जिला सचिवालय में एक-एक कर जब अफसरों की गाड़ियां आनी शुरू होती हैं तो हर गाड़ी से कोई न कोई महिला अफसर ही बाहर निकलती हैं ।
जिलाधिकारी- सौम्या अग्रवाल, एसपी- नेहा पांडे, सीडीओ- संदीप कौर, एसडीएम- जसजीत कौर, एसडीएम हसनगंज- अर्चना द्विवेदी, सीएमओ- गीता यादव, आरटीओ- माला वाजपेयी, प्रोबेशन अधिकारी- श्रुति शुक्ला, एसडीपीओ- एस मसूद, मंडी सचिव- ज्योति चौधरी, ईओ नगरपालिका- रोली गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष- संगीता सेंगर।
सौम्या अग्रवाल 2008 बैच की IAS हैं। सौम्या उन्नाव से पहले महाराजगंज की डीएम रह चुकी हैं। सौम्या की मानें तो “महिलाएं पुरुषों से किसी भी मायने में कम नहीं हैं, हर वो काम कर सकती हैं जो एक पुरुष कर सकता है ।” वो ये मानती हैं कि महिला अफसरों की मौजूदगी से महिलाओं से जुड़ी समस्याओं के निदान में आसानी होती है।
नेहा पांडे उन्नाव की एसपी हैं। नेहा 2009 बैच की IPS अफसर हैं। बहराइच में भी एसपी के तौर पर सेवाएं दे चुकी हैं। उन्नाव में सीओ पद पर भी काम कर चुकी हैं। नेहा उस सूबे के एक जिले की पुलिस कप्तान हैं जो अपनी फ्यूडल सोच और जेंडर बायस के लिए कई बार खबरों में रहा है। नेहा का कहना है कि यूपी में “महिला अपराध ज्यादा हैं और कई बार महिलाएं अपराध होने के बावजूद हिचक की वजह से सामने नहीं आ पाती हैं लेकिन अब जब पूरे जिले में बड़े पदों पर महिला अफसर हैं। पुलिस कप्तान भी महिला हैं तो पीड़ित महिलाएं बड़ी संख्या में सामने आने लगी हैं ।”
जसजीत कौर उन्नाव जिले की एसडीएम। जिले की दूसरी अधिकारियों की तरह एसडीएम साहिबा भी मानती हैं कि जिले की कमान महिलाओं के हाथ में आना एक बड़ी उपलब्धि है ।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक यूपी में पांच साल तक के 42 फीसदी बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। इनमें से 7 फीसदी तो गंभीर कुपोषण से पीड़ित हैं । ऐसे में सीएमओ गीता यादव के लिए एक बड़ी चुनौती है। लेकिन वो इस चुनौती को एक अवसर के तौर पर देखती हैं। गीता यादव का कहना है कि महिला होने के नाते वो इस समस्या को अच्छी तरह से समझती हैं और वो इस ओर काम कर रही हैं।
सिर्फ प्रशासनिक अफसर ही नहीं जिला पंचायत पर भी महिलाओं का ही बोलबाला है। जिला पंचायत अध्यक्ष भी एक महिला है- संगीता सेंगर। इनका कहना है कि यूपी का ये जिला महिला सशक्तिकरण के मामले में एक बड़ा मैसेज देश को दे रहा है। उन्नाव जैसे पिछड़े इलाके में जिला पंचायत अध्यक्ष के तौर पर इनके सामने महिलाओं को आगे बढ़ाने की बड़ी चुनौती है। उन्नाव की इस लेडी ब्रिगेड ने देशभर के लिए एक बेहतरीन नजीर पेश की है । उन्नाव में बतौर प्रोबेशन अफसर काम कर रहीं श्रुति शुक्ला भी मानती हैं ये जिला सभी के लिए एक उदाहरण है।
सत्येंद्र कुमार यादव, फिलहाल इंडिया टीवी में कार्यरत हैं । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता के पूर्व छात्र। सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता से आप लोगों को हैरान करते हैं। उनसे मोबाइल- 9560206805 पर संपर्क किया जा सकता है।
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