मनीष कपूर पिछले कुछ दिनों से मेरे सपने में हर रोज भगवान आते हैं और एक ही बात कहते हैं-
Author: badalav
गोवा जो मैंने देखा
देवांशु झा होटल के अलंकरण से बाहर निकलते ही द्रुमवितान विस्तृत है। दोनों ओर पेड़ों की हरी छतरी है। और
कोसी- रेत की तरह मुट्ठी से फिसल जाता है मुआवजा
रूपेश कुमार 18 अगस्त ! इस दिन को याद करते ही कोसीवासियों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। आठ साल पहले
यात्रीगण, सीमांचल ‘सुपर-लेट’ का कोई टाइम टेबल नहीं है!
पुष्यमित्र चार अगस्त की रात 11 बजे पटना जंक्शन पर कुछ यात्री दिल्ली से आने वाली सीमांचल सुपरफास्ट एक्सप्रेस का
लाडली ने रियो में रचा गान- जय सिंधु, जय हिंद
पीवी सिंधु के साथ देश की उम्मीदें जुड़ गई हैं। सोशल मीडिया पर अभी जय-जय सिंधु के बोल सुनाई दे
राखी पर एक बहना का देश को बड़ा तोहफ़ा
राखी के मौके पर देश को एक बहना ने सबसे नायाब गिफ़्ट दिया है। ये हम नहीं कह रहे, ऐसे
फटफटिया से बहनों तक पहुंचाई राखी
आशीष सागर दीक्षित बीते दिनों कान्हा नेशनल टाइगर में प्रवास के दौरान ग्राम खटिया में यह श्यामलाल साधुराम बिसेन मिले।
मरखइया गाय अब हूरपेटती नहीं, जाने कहां चली गई
दृगराज मधेशिया मोदी जी ने जब गौ रक्षकों के वेश में छिपे लोगों के चेहरों से नकाब हटाई तो बहुतों
तेज़ाब में घुली और पिघल गई उनकी ‘आज़ादी’
पुष्यमित्र पिछले दिनों वैशाली में एक तेजाब पीड़िता की खुदकुशी की खबर ने उस अंधेरी सुरंग के दरवाजे का परदा
भोर अलग है, शोर अलग है…
नीलू अग्रवाल आज स्वतंत्रता दिवस की भोर अलग है हो रहा जो गलियों में शोर अलग है ग़रीबी, घोटाले, भ्रष्टाचार