खुफिया तंत्र फेल… आतंक का घिनौना खेल

खुफिया तंत्र फेल… आतंक का घिनौना खेल

14 फरवरी को पुलवामा के अवंतिपोरा में CRPF के काफिले को आतंकियों का हमाल उरी हमले से काफी बड़ा था । आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर हमला किया और खुद को उड़ा लिया । इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए। जिस समय ये हमला हुआ उस वक्त सीआरपीएफ के 2500 से ज्यादा जवान गाड़ियों में सवार होकर जा रहे थे, तभी अचानक आत्मघाती हमलावर ने काफिले के पास खुद की कार को उड़ा दिया, जिसके चपेट में आकर कई जवान शहीद हो गए । फिदायीन हमलावरों ने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस में विस्फोट के साथ ही कार के परखच्चे उड़ गए। इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ जा रही थीं ।

इस हमले के बाद पूरे देश में आक्रेश है । न्यूज चैनल पर जितनी भी प्रतिक्रियाएं जनता के बीच से आ रही हैं सबकी यही मांग है कि आतंकियों का सिर पूरी तरह से कुचल देना चाहिए। आतंकियों की मदद पहुंचाने वालों को भी ठिकाने लगाने का वक्त आ चुका है।

जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है । जैश-ए-मोहम्मद ने कहा है कि ये एक फिदायीन हमला है । जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी की तस्वीर भी जारी कर दी है जिसका नाम आदिल अहमद है । 2004 के बाद से जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमला नहीं हुआ था लेकिन 2019 का 14 फरवरी दुखद खबर लेकर आया । 54वीं बटालियन की बस पर ये हमला आतंकियों ने 3 बजकर 37 मिनट पर पुलवामा के अवंतिपोरा में लातू मोड़ पर किया, जहां पर ये हमला हुआ वहां पर एक तरफ झील थी और दूसरी ओर खाली स्थान था । बिल्कुल मोड के पास आतंकी आदिल अहमद ने 200 किलो से ज्यादा विस्फोटक लेकर 54वीं बटालियन की बस पर हमला कर दिया.. जिसमें हमारे कई जवान शहीद हो गए ।

पुलवामा में आतंकी हमले के बाद देश शोक में डुबा है । जनता से लेकर नेता और सरकार के मंत्री भी दुखी हैं। पीएम मोदी को जैसे ही इस खबर की जानकारी मिली, उन्होंने ट्विट कर इस हमले को घिनौना बताया। पीएम ने कहा पूरा देश शहीद जवानों के परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने आगे लिखा, ”मैंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह और टॉप के ऑफिशियल से इस घटना की जानकारी ली है।” कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जवानों पर हमले की निंदा की और दुख जताया । यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को नमन किया और सरकार से ठोक कार्रवाई करने की मांग की । वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने भी गहरा शोक प्रकट किया और इस मसले को हल करने के लिए ठोस उपाय करने की मांग दोहराई । सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कार्रवाई से अलग कुछ करने की बात कही ।

ब्लास्ट में तबाह बस में सवार जवानों की लिस्ट।

बता दें कि जिस गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ उसमें 39 जवान सवार थे और बाकी की गाड़ियों पर आतंकियों ने फायरिंग भी की । आतंकी हमले में शामली का जवान प्रदीप शहीद, थाना आदर्श मंडी के बनत का रहने वाले थे प्रदीप कुमार।

सीआरपीएफ के शहीद जवानों के नाम।

ये हमला बताता है कि खुफिया तंत्र कितनी लापरवाही से काम करता है। जब 2500 से ज्यादा जवान एक साथ जा रहे थे तो क्यों नहीं उस रास्ते की बारिकी से जांच की गई? क्यों नहीं आते जाते लोगों पर निगरानी रखी गई? बताया जा रहा है कि आतंकी अफजल गुरु के फांसी की बरसी पर अलर्ट जारी किया गया था । अलर्ट के बाद भी अगर 40 जवानों की जान चली जाती है तो ऐसी खुफियाल अलर्ट का क्या मतलब ?


एस. के. यादव, टीवी पत्रकार