33 साल बाद पूर्णिया कॉलेज की साहित्यिक ‘परिधि’ का विस्तार

33 साल बाद पूर्णिया कॉलेज की साहित्यिक ‘परिधि’ का विस्तार

बदलाव प्रतिनिधि

पूर्णिया कॉलेज की पत्रिका ‘परिधि’ का लोकार्पण पिछले दिनों किया गया। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति, प्रो. अवध कुमार राय एवं प्रति कुलपति, डॉ. फारुक अली ने लंबे अंतराल बाद प्रकाशित पत्रिका को पाठकों के सुपुर्द किया। पत्रिका का संपादक डॉ. शंभु लाल वर्मा ने किया है।

डॉ. श्याम कुमार ने पूर्णिया कॉलेज की समृद्ध परिसंपत्तियों की चर्चा की। उसके बाद ‘परिधि’ पत्रिका के संपादक, डॉ. शंभु लाल वर्मा ने पूर्णिया कॉलेज की समृद्ध साहित्यिक-शैक्षणिक परंपरा का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 33 साल बाद ‘परिधि’ का पुनर्प्रकाशन किसी परिवार में अरसे बाद किसी शिशु के जन्म लेने जैसा है। यह कॉलेज के शैक्षणिक-सांस्कृतिक गतिविधियों, वहां के शिक्षकों व विद्यार्थियों के जीवन-जगत के विभिन्न पहलुओं के प्रति दृष्टिकोण का आईना है। परिधि के पूर्व संपादक, अवकाश प्राप्त शिक्षक डा. कुमार जीतेंद्र प्रसाद सिंह ने 1982 से 85 के दौरान पत्रिका से जुड़े अनुभवों को साझा किया।

विशिष्ठ अतिथि, डॉ. अली ने पत्रिका के लिए आई. एस. एस. एन. संख्या लेने के लिए प्रयास करने पर बल दिया। मुख्य अतिथि, कुलपति डॉ. राय ने महाविद्यालय में ज्यादा से ज्यादा अध्ययन-अध्यापन का माहौल विकसित करने की अपील की। कार्यक्रम का समापन कालेज के प्रधानाचार्य, डा. संजीव कुमार के अध्यक्षीय संबोधन और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। मंच संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. गौरी कांत झा ने किया। समारोह में बड़ी संख्या में पूर्ववर्ती व वर्तमान शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं विद्यार्थिगण शामिल हुए।