लाइट, कैमरा, एक्शन और ‘कुंभ कथा’

लाइट, कैमरा, एक्शन और ‘कुंभ कथा’

अरुण प्रकाश

रोज की तरह आज देर शाम कुछ पल के लिए फेसबुक पर सरसरी नजर डालने बैठा तो अचानक एक पोस्ट पर निगाहें टिक गईं । पोस्ट करने वाले शख्स से ज्यादा आकर्षक वो तस्वीरें थी जो पोस्ट की गई थीं। चाहकर भी उससे नजर नहीं हट सकी । क्योंकि वो तस्वीरें किसी और की नहीं हमारे गुरुवर एसके यादव की हैं, जिन्होंने करीब 13 बरस पहले ना सिर्फ हमें और हमारे साथियों को फोटो जर्नलिस्ट के गुर सिखाए बल्कि फोटो की बारीरियों को भी जेहन में उतारा,और आज जब उनकी खींची गई फोटो की प्रदर्शन ‘कुंभ कथा’ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के निराला आर्ट गैलरी में लगने की खबर दिखी तो मन बरबस ही उनकी ओर खींचा चला गया ।

फिर क्या था एसके सर के फेसबुक पोस्ट पर गया और सर्च करने लगा तो पता चला कि 13 बरस पहले सर जिस जूनून के साथ हम सभी को फोटो ग्राफी सिखाया करते थे आज भी वहीं जज्बा बरकरार है । एक तस्वीर देख तो हैरान रह गया, बल्लियों के ऊपर खुद एसके सर खड़े हो गए और पेशवाई जुलूस की फोटो खिंचने में मशगुल दिखे । कुंभ हो और एसके यादव की टीम वहां ना जाए ये हो ही नहीं सकता । क्योंकि एक फोटो जर्नलिस्ट के लिए इससे बेहतर सब्जेक्ट और ऑब्जेक्ट कहीं मिल ही नहीं सकता ।

हमें याद है जब साल 2005 में हम लोग एसके सर के साथ संगम तट पर जाया करते तो वहां मौजूद तमाम लोग तंज कसते और कहते लो भाई आ गई यादव जी की सेना । इसका मतलब ये होता कि ये लोग कब कहां और कैसे फोटो खींचने लगेंगे किसी को पता नहीं होता । एक बार तो हम लोग सूर्योदय की पहली किरण से लेकर सूर्यास्त की आखिरी लालिमा कैमरे में कैद करने के लिए संगम तट पर डटे रहे । हम लोग जरूर थक गये लेकिन एसके सर के जोश में कोई कमी नहीं आई । खैर आज हम बात कर रहे हैं एसके सर की फोटो प्रदर्शनी की जो कुंभ पर आधारित है ।

निराला आर्ट गैलरी में 3 से 4 जनवरी के बीच ‘कुंभ कथा’ नाम से ये प्रदर्शनी लगाई गई । जिसमें एसके यादव सर के कैमरे से खींची गई फोटो प्रदर्शित की गई । जो एक से बढ़कर एक थी । लाइट, एक्सपोजर या फिर कैमरा एंगल सबकुछ काबिले तारीफ । प्रदर्शनी का उद्घाटन 3 जनवरी को सुबह 10 बजे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर रतनलाल हंगलू जी ने किया ।जहां तक मुझे याद है ये पहला मौका है जब एसके यादव सर की खींची फोटोज की प्रदर्शनी निराला आर्ट गैलरी की शोभा बढ़ा रही थी । क्योंकि एसके सर को अपने छात्रों की प्रदर्शनी लगाने से फुरसत ही नहीं मिलती है और जब भी मौका मिलता है वो छात्रों द्वारा खींची गई फोटोज की प्रदर्शनी लगाना ज्यादा पसंद करते हैं ।

इस मौके पर यूनिवर्सिटी के वॉइस चांसलर ने एसके यादव के कैमरे में कैद तस्वीरों की काफी तारीफ की । उन्होंने सेंटर आफ मीडिया स्टडीज़ और एसके सर को इस फोटो प्रदर्शनी के लिए विशेष धन्यवाद भी दिया । समारोह में धनंजय चोपड़ा जी समेत इंस्टीट्यूट के तमाम टीचर और छात्र मौजूद रहे । 


arun profile1अरुण प्रकाश। उत्तरप्रदेश के जौनपुर के निवासी। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र। इन दिनों इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सक्रिय।