मुजफ्फरपुर में बाढ़ का तांडव जारी

मुजफ्फरपुर में बाढ़ का तांडव जारी

बदलाव प्रतिनिधि, मुज़फ्फ़रपुर

बिहार के मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक का रजवारा बांध  टूटने से पिछले पांच दिन से गांवों में बाढ़ के हालात हैं । कई प्रखंडों में स्थिति विकराल हो गई है। बुधवार को बाढ़ ने शहरी क्षेत्र के भी कई इलाकों को भी अपने आगोश में ले लिया । नगर निगम के वार्ड नंबर 45, 46 व 47 पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं । रामबाग चौरी, कोठिया, अमरूद बगान, फैज व सैयद कॉलोनी जलमग्न हो गए हैं। यहां एक से पांच फीट तक पानी है। वहीं श्रीवास्तव कॉलोनी, शर्दुल्लापुर, चूना भट्ठी व कंचन नगर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इससे 70 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित है। शास्त्री नगर और बावन बीघा में तेजी से पानी घुसने लगा है । जेल चौक तक पानी पहुंच गया है। बीएमपी छह के पास पुलिया के बगल में तेज कटाव हो रहा है। इसे रोकने में नगर निगम प्रशासन जुट गया है। वहां जेसीबी व मजदूरों से मिट्टी की बोरी डाली जा रही है। बेला इंडस्ट्रीयल एरिया के पीछे तक पानी पहुंच गया है। धीरनपट्टी गांव में पानी घुसने से लोगों में दहशत है। लोग पलायन करने लगे हैं।

उधर मीनापुर प्रखंड में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। सभी 28 पंचायतों में पानी प्रवेश कर गया है। मुशहरी के गंगापुर में सेल्फी लेने के चक्कर में मुरौल प्रखंड के खरौना निवासी बीसीए के छात्र देवेश कुमार की पानी में डूबने से मौत हो गई। हालांकि मोतीपुर में एक फीट तक बूढ़ी गंडक का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन शहर मे बाढ़ की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। पूसा  मुजफ्फरपुर भाया मुशहरी सडक़ पर कन्हौली, रोहुआ मुशहरी, मणिका द्वारिका नगर दरधा गांवों में डेढ़ से दो फीट पानी बहने के कारण सडक से आवागमन बाधित हो गया है। मुशहरी थाना, ब्लाक और पीएचसी में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। मुशहरी प्रखंड समेत आस पास के इलाके का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है । शहर के मिठनपुरा और बेला सहित अन्य निचले इलाके में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। मुशसरी बाजार से दरधा तक 8 किमी सड़क पर बाढ़ का पानी बह रहा है। शारदा नगर शास्त्रीनगर कन्हौली, रामबाग चौरी समेत तमाम निचले इलाकों में पानी भरने से लोग पलायन को मजबूर हैं ।

शहर के उत्तरी इलाके अखाडाघाट से एस के एम सीएच तक ढाव का इलाका जलमग्न है। मुजफ्फरपुर-पूसा मार्ग पर गाड़ियों का परिचालन बंद करा दिया गया है। बाढ़ से बूढीगंडक का तटवर्ती क्षेत्र भी महफूज नहीं है। बोचहा से सैदपुर (समस्तीपुर जिला सीमा ) तक दोनों तटबंधों के किनारे बसे गांव के लोग रतजगा कर रहे हैं। हुसेनपुर ढाव सलहा, बड़गाव,रामपुर महिनाथ , पीरापुर रामपुरदयाल, रतबारा महेशपुर, ढोली, मुरौल, पिलखी महमदपुर दरधा गांव के लोग बाढ़ की आशंका से दहशत में हैं। कुछ लोग बाढ़ की आशंका से बांध पर आशियाना बनाने मे जुट गये हैं। भाग्यनारायण राय,  चिन्टु कुमार,  राम सागर साह का मकान बाढ़ से गिर चुका है। लोग दहशत मे हैं, लेकिन राहत बचाव टीम का कहीं कोई नामोनिशां नहीं हैं।


ब्रह्मानंद ठाकुर। BADALAV.COM के अप्रैल 2017 के अतिथि संपादक। बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर के निवासी। पेशे से शिक्षक। मई 2012 के बाद से नौकरी की बंदिशें खत्म। फिलहाल समाज, संस्कृति और साहित्य की सेवा में जुटे हैं। गांव में बदलाव को लेकर गहरी दिलचस्पी रखते हैं और युवा पीढ़ी के साथ निरंतर संवाद की जरूरत को महसूस करते हैं, उसकी संभावनाएं तलाशते हैं।