कोरोना के क्रांतिवीर से  माफी

कोरोना के क्रांतिवीर से माफी

कोरोना काल -7

कोरोना के क्रांतिवीर
हो सके तो माफ कर देना
तुम
क्रांति की बात करोगे
और हम तलाशेंगे
शांति के फायदे

तुम
अपना करियर
दांव पर लगाओगे
और हम
अपना करियर
सहेजने की जुगत में लगे रहेंगे

कोरोना के क्रांतिवीर
अपने भोले साथियों को
माफ कर दोगे ना
कयोंकि उनकी
शांति की अपनी दलीलें हैं
तुम्हें आईने में दिखता है
सिंगल लौंडा
उन्हें आईने में दिखती है
परिवार की परछाईं

कोरोना के क्रांतिवीर
तुम मत घबराना
सालों बाद
जब तुम
आईने में देखोगे
अपना चेहरा
तो तुम्हें
अपने इन्हीं पलों पर
होगा नाज़
और तब
शर्म से झुके होंगे
हमारे चेहरे
तब भी
हम यही कहेंगे
हमें माफ कर देना
हमारे क्रांतिवीर

माफ करोगे क्या साथी
हमारा अपराध
कि जब तुम्हारे साथ
हमें आ खड़ा होना था
तब हम बैठे थे खामोश
जिंदगी के सबसे
नाजुक दौर में
हम देख रहे थे
अपनी मौत का तमाशा

माफ कर देना
मेरे क्रांतिवीर
क्योंकि शिकवा
जिंदा कौम से
किया जाता है
मुर्दों के लिए
की जाती है दुआएं
ईश्वर उनकी
आत्मा को शांति दे

क्या करोगे क्रांतिवीर
ये कौम
तो अभी
मदहोश है
ताली और थाली के
शोर से
इसे नहीं चाहिये
वो भोर
जिसके लिये
निकल पड़ा है
एक क्रांतिवीर

जलती चिताओं का ताप
महसूस कर सको तो
कर लेना मेरे क्रांतिवीर
जिस कौम की
चिता के लिए
तुम चिंतित हो
वो भी कर रही है
जय जयकार!

जय पराजय से परे
हमारा क्रांतिवीर
अभी जिंदा है!

– पशुपति शर्मा, 14 जून 2020