धन्यवाद श्रीकांत शर्मा जी ! आपसे शिकायत करना नहीं चाहता था लेकिन…

धन्यवाद श्रीकांत शर्मा जी ! आपसे शिकायत करना नहीं चाहता था लेकिन…

कोई भी सरकार हो उसकी कोशिश होती है कि जनता के बीच उसके एक्शन का असर दिखे । उसकी योजनाओं का लाभ लोगों को मिले । सरकार की कोशिशों को अमलीजामा अधिकारी और कर्मचारी पहुंचाते हैं । अगर अधिकारी और कर्मचारी लापरवाह हैं तो सरकार चाहें कितना भी कोशिश कर ले उसकी योजनाओं का लाभ जनता को वक्त पर नहीं मिलेगा । यूपी की योगी सरकार ने बिजली को लेकर बड़े दावे किए । हो सकता है कि उन वादों को पूरा करने के लिए अभी और वक्त लगे । लेकिन कुछ काम ऐसे हैं जो तुरंत और वक्त पर हो जाना चाहिए । ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ऐलान किया था कि शिकायत पर ग्रामीण इलाकों में 48 घंटे के अंदर ट्रांसफार्मर बदल दिए जाएंगे । पहले ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद उसे बदलवाना बहुत मुश्किल काम था । सरकार के ऐलान के बाद ग्रामीण काफी खुश हुए । सरकार ने यहां तक कहा कि अब ट्रांसफार्मर लाने-ले जाने के लिए सरकार साधन देगी । ये वादा सोने पर सुहागा था । लेकिन मुझे जमीन पर ऐसा होता दिखाई नहीं दिया ।

फिलहाल चार्ज जेई अवधेश कुमार के पास है, सुधीर के पास नहीं ।

एक ट्रांसफार्मर के लिए गांव के लोग कई दिनों से बिजली विभाग का चक्कर काट रहे थे । हमारे गांव वालों ने फोन कर बताया कि इस संबंध में सलेमपुर विधायक काली प्रसाद जी ने भी बात की लेकिन आश्वसन के अलावा कुछ नहीं मिला । रोजाना कहा जाता था कि शाम तक ट्रांसफार्मर लग जाएगा लेकिन ऐसा होता नहीं था। जब 15 दिन पहले ट्रांसफार्मर जल गया था तो उसकी जानकारी मुझे मिली थी। मैंने सोचा कि गांव के लोग शिकायत करेंगे तो काम हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ । ग्रामीण एसडीओ सलेमपुर के दफ्तर दौड़ते रहे तब जाकर 18 सितंबर को मोबाइल पर एक मैसेज आया कि ट्रांसफार्मर लगाने की प्रक्रिया के संबंध में आप जेई से संपर्क करें । ईधर एसडीओ कहते रहे कि आज-कल लग जाएगा… लेकिन सिर्फ कोरा वादा रहा। जेई का मोबाइल बंद था गांव वाले बिजली के लिए परेशान होते रहे।

20 सितंबर को एसडीओ के वादे के मुताबिक गांव के लोग दिनभर ट्रांसफार्मर का इंतजार किया और करते ही रह गए । देर शाम गांव के नौजवनों ने फोन किया और पूरी कहानी बताई । फिर मैने एसडीओ सलेमपुर से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की । फिर मैने पूरी शिकायत मैसेज कर दिया । इस बात की जानकारी मैने मित्र और दिल्ली प्रदेश सहसंयोजक आईटी सेल भाजयुमो भाई पंकज शाही को दी और उन्हें अपने स्तर से इस काम को करने में मदद मांगी । पंकज शाही ने एसडीओ सलेमपुर को फोन किया । उसी वक्त मैंने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से भी ट्विटर पर स्थानीय स्तर पर कर्मचरियों और अधिकारियों की लापरवाही से अवगत कराया ।

जब अधिकारियों ने अनदेखी की तो ट्विटर पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से करनी पड़ी शिकायत ।

जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने एक ईमेल आईडी दी और पूरा ब्यौरा भेजने को कहा । फिर मैंन मामले की जानकारी संबंधित विभाग को भेज दिया।

शिकायत पर ऊर्जा मंत्री ने संज्ञान लिया । फिलहाल जेई अवधेश कुमार को कार्यभार मिला है।

21 सितंबर को बीजेपी नेता पंकज शाही ने फिर एसडीओ से बात की, वहीं मैंने लार क्षेत्र का कार्यभार संभालने वाले जेई अवधेश कुमार से बात की और ट्रांसफार्मर लगाने को कहा । इतनी प्रक्रिया करने के बाद एक 10 केवी का एक ट्रांसफार्मर भेज दिया गया । लेकिन 21 सितंबर को भी ट्रांसफार्मर नहीं लगा । हालांकि अब ट्रांसफार्मर लग जाएगा इसकी पूरी गारंटी है । विधायक, नेता और मंत्री से मदद मांगने के बाद एक ट्रांसफार्मर बदला गया । इतनी जद्दोजेहद क्यों ? इसे तो स्थानीय स्तर के अधिकारियों को तुरंत निपटाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ । क्या मंत्री इन्हीं सब छोटे-छोटे काम के लिए है ? एक ट्रांसफार्मर के लिए मंत्री से शिकायत करना अच्छी बात नहीं है लेकिन जब अधिकारी लापरवाह हों तो जिसकी जहां तक पहुंच हो सकती है जाता है । ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का धन्यवाद करना चाहूंगा कि ट्विटर पर उन्होंने ने शिकायत का संज्ञान लिया । लेकिन इस बात को भी दोहराना चाहूंगा कि लापरवाह अधिकारियों पर लगाम तुरंत लगाया जाए ताकि सरकार की कोशिशों का असर जमीन पर दिखे ।
हमारा गांव पिंडी (लार, देवरिया) बहुत बड़ा है । उसके कई टोले-मोहल्ले हैं । बड़े ट्रांसफार्मर से गांव की बड़ी आबादी को बिजली की सफ्लाई होती है । लेकिन जो टोले हैं वहां छोटे-छोटे ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं । ये जब खराब हो जाते हैं या जल जाते हैं तो इन्हें बनवाना काफी मुश्किल का काम है । हमारे टोले को नवका टोला या मियापुर के नाम से जाना जाता है । टोले पर करीब 25 बिजली के कनेक्शन हैं । जो लोग चोरी से बिजली जलाते थे वो लोग भी कनेक्शन ले लिए हैं । ऐसे में 10 केवी का ट्रांसफार्मर बार-बार उड़ जात है । हर हफ्ते फ्यूज जोड़वाने का काम होता है । ग्रामीण 25 या 60 केवी के ट्रांसफार्मर की मांग कर रहे हैं लेकिन सिर्फ 10 केवी का ट्रांसफार्मर ही दिया जाता है जो कि अक्सर खराब हो जाता है । इतनी शिकायतों और सोर्स सिफारिश के बाद भी 10 केवी का ट्रांसफर मिला है । उम्मीद करता हूं कि नए शिकायत पर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ा दी जाएगी और ग्रामीणों को बिजली सप्लाई बिना किसी रुकावट के मिलती रहेगी । बता दें कि पिंडी गांव से यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे का भी संबंध हैं । 


satyendra profile imageसत्येंद्र कुमार यादव,  एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र । सोशल मीडिया पर सक्रिय । मोबाइल नंबर- 9560206805 पर संपर्क किया जा सकता है।