सांप्रदायिकता सरकार का सबसे बड़ा अस्त्र है- प्रेमचंद

डा. सुधांशु कुमार हिंदी कथा साहित्य को ‘तिलस्म’ और ‘ऐय्यारी’ के खंडहर व अंधेरी गुफा से निकालकर जनसामान्य के दुख-दर्द

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ग्रामीण चेतना के महाकवि रामइकबाल सिंह ‘राकेश’

डा. सुधांशु कुमार अवसानोन्मुख छायावाद के साहित्याकाश में मानववाद एवं ग्राम्य चेतना के महाकवि रामइकबाल सिंह ‘राकेश’ का उदय हिंदी

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कबीर की परंपरा के कवि नागार्जुन

ब्रह्मानंद ठाकुर अक्खड़पन और खड़ी-खड़ी कहने की परम्परा में बाबा नागार्जुन कबीर के काफी करीब पड़ते हैं। किसी को बुरा

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मोदी पर नई किताब “ग्लोबल लीडर” और राष्ट्र की उम्मीदें

जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी के रास्ते अलग हो गए हैं । अब दोनों एक दूसरे के खिलाफ जुबानी जंग

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शिक्षा तंत्र के श्राद्ध कर्म के बीच नारद कमीशन

ब्रह्मानंद ठाकुर जिन लोगों ने श्रीलाल शुक्ल का राग दरबारी पढा है, उन्हें नारद कमीशन भी पढना चाहिए। राग दरबारी

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हिक्की, हरीश चंद्र मुखर्जी और कोलकाता की पत्रकारिता

पुष्यमित्र इस साल पत्रकार और मित्र विनय तरुण की याद में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए हमलोग 24

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अतिवादों के दौर का जनक है पूजीवादी अर्थतंत्र-ब्रह्मानंद ठाकुर

ब्रह्मानंद ठाकुर विनय तरुण स्मृति व्याख्यान 2018 का विषय है- अतिवादों के दौर में पत्रकारिता और गांधीवाद। मैं यह स्पष्ट कर

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