ब्रह्मानंद ठाकुर पूरी दुनिया आज बाजार बन गयी है। पूंजीवाद ने पूरी दुनिया को बारूद की ढेर पर लाकर खड़ा
Author: badalav
छत्तीसगढ़ – सरकारी मयखाने तो खुलेंगे, पर मत पीना दो जाम
शिरीष खरे बिहार में शराबबंदी के बाद देश के दूसरे राज्यों में शराबबंदी की मांग जोर पकड़ती जा रही है
ढूंढिए… आपके आस-पास ही हैं ‘कबीर के लोग’
पुष्य मित्र बोरिंग कैनाल रोड पर अक्सर एक गाड़ी दिखती थी, जिसके पीछे लिखा होता था- कबीर के लोग। मैं
अरे, यहां तो सब बंजारे !
संजय पंकज मदहोशी में सारी जगती, थरती भरती भीड़ है अरे, यहां तो सब बंजारे, कहां किसी की नीड
एक ऑटो ड्राइवर की ईमानदारी को सलाम
पशुपति शर्मा अगर आपका बैग किसी ऑटो में छूट जाए और आपकी जेब में आगे के किराये के लिए पैसा
गांधी की ‘कर्मभूमि’ पर आज रो रही हैं ‘कस्तूरबा’
ब्रह्मानंद ठाकुर देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की चंपारण शताब्दी वर्ष मना रहा है । दिल्ली से लेकर बिहार तक प्रधानमंत्री
महिला उत्पीड़न के ख़िलाफ़ फाइटिंग सेंटर बने ‘शीरोज़’
रश्मि गुप्ता रूपाली की कैब आने में देरी हो रही थी और मैं भी अपनी कार का इन्तजार कर रही
थोड़ी सी जगह लिबरल डेमोक्रेट को भी दे दीजिए
राकेश कायस्थ राजनीतिक शब्दावली में जिसे लिबरल डेमोक्रेट कहते हैं, मैं उसी तरह का आदमी हूं। वामपंथियों और दक्षिणपंथियों के
चंपारण के 100 साल, आज तो कर लो गांधी को याद
ब्रह्मानंद ठाकुर मौसम भी है और मौका भी। इसमें जो चूक गया, वह पछताएगा। भले ही गांधी की हत्या किसी
मीना खलको!
शिरीष खरे खबर लिखते समय कई चरित्र ऐसे होते हैं जो हमारे दिल और दिमाग में बैठ जाते हैं। कई