भूषण चौंकिए मत। यह जो चित्र आपके सामने है यह एक नाव का है। एक बड़ी नाव जितना काम कर
Author: badalav
देखा एक ख्वाब तो बागों में खिल उठे गुलाब
इफको लाइव से साभार आज कल खेती को हर कोई घाटे का सौदा मानने लगा है। किसान खेतों में दिन
अच्छाई की ‘महंगी’ खेती और खुशियों की हरियाली
विकास मिश्रा 2000 की बात है, उस समय अमर उजाला मेरठ के प्रादेशिक हेड थे पंकज तिवारी जी। अपने अधीनस्थों
बिलकिस बानो प्रकरण- न्याय का मतलब प्रतिशोध नहीं होता
कविता कृष्णन बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार कांड में उच्च न्यायालय ने 11 दोषियों की उम्रक़ैद की सज़ा बरक़रार रखी। यह
फसलों का ‘समर्थन मूल्य’ किसानों के साथ ‘धोखा’
ब्रह्मानंद ठाकुर ‘यहां तक आते आते सूख जाती है नदियां, मुझे मालूम है, पानी कहां ठहरा होगा।’ दुष्यंत जी की
राजगीर-पोलिटिकल मैनेजरों के फेर में पड़े लालूजी!
पुष्यमित्र आप लालू जी की राजनीति के तौर तरीके, परिवारवाद, गुंडों को तरजीह देने की नीति और भ्रष्टाचार को सदाचार
पूर्णिया के धनखेता बन गए मक्का लैंड
पुष्यमित्र अगर आज हमारे कोसी के इलाके में दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की शूटिंग हुई होती तो शाहरुख और काजोल
मजदूर की मन की बात सुनो सरकार!
ब्रह्मानंद ठाकुर कई साल पहले शिक्षण के दौरान कक्षा में छात्रों से मैंने एक सवाल पूछा था- मजदूर श्रम क्यों
इंटरनेट की दुनिया- ‘कुंदन’ घिसता गया, चमक बढ़ती गई
कुंदन शशिराज एक ऐसे युवा के तौर पर अपने साथियों के बीच जाने जाते हैं, जो अपने जुनून के लिए
तीन बंदर बापू के
रामानन्द सिंह बापू तेरे बंदर तीन उछल -कूद कर रहे देख लो हैं कितने अनुशासनहीन बापू तेरे बंदर तीन तू