महिलाओं की सेहत, सैनेटरी नैपकिन और जागरूकता के ‘ढाई आखर’

महिलाओं की सेहत, सैनेटरी नैपकिन और जागरूकता के ‘ढाई आखर’

टीम बदलाव

बिहार के औरंगाबाद में गरीब और जरूरत मंदों के लिए शिक्षा की अलख जगा रहे ढाई आखर फाउंडेशन ने एक और पहल की है । ढाई आखर की टीम ने अब गांवों में स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर जागरुकता फैलाने का बीड़ा उठाया है। इसी कड़ी में औरंगाबाद के अनुग्रह मध्य विद्यालय में एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इसमें बड़ी संख्या में लड़कियों को पुन: प्रयोग में आने वाले सैनेटरी नैपकिन का वितरण किया गया और उन्हें सर्वाइकल कैंसर से बचाने वाले टीके के बारे में भी जानकारी दी गई। पुणे की संस्था ‘जोड़ो इंडिया’ ने ढाई आखर फाउंडेशन को ये सैनेटरी नैपकिन मुहैया कराए हैं।

इस कार्यक्रम में मौजूद रहे औरंगाबाद के जिला पदाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने ढाई आखर फाउंडेशन और उनके संचालक संदीप शर्मा के इस जागरुकता अभियान की सराहना की और कहा कि गांव में स्वच्छता की दिशा में ये बड़ा कदम है। औरंगादाबाद में ढाई आखर फाउंडेशन और गौतम बुद्ध महिला सेवा संस्थान के सहयोग से बालिका जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत किशोरियों को निःशुल्क नैपकिन वितरण की शुरुआत औरंगाबाद के अनुग्रह स्कूल से की गई। ढाई आखर ने ऐसे ही कार्यक्रम आस-पास के कुछ और गांवों में आयोजित करने की योजना बनाई है।

डीएम राहुल रंजन ने ढाई आखर के इस प्रयास की न केवल सराहना की बल्कि ये भरोसा भी दिलाया कि प्रशासन ऐसे हर संगठन के साथ मिलकर काम करेगा, जो समाज में बदलाव की पहल कर रहा है। ढाई आखर की भावी योजनाओं को लेकर भी राहुल रंजन ने काफी उत्साह जाहिर किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवाओं की ये टीम काम कर रही है, वो वाकई एक बेहतर मिसाल है।

इस कार्यक्रम में मौजूद रहीं महिला चिकित्सक डॉ शोभा रानी एवं डॉ. मणि ने बालिकाओं को आंतरिक स्वच्छता की बारीक जानकारियां भी दीं। साथ ही लड़कियों से उनको होने वाली समस्याओं के बारे में अलग से विस्तार से चर्चा की और उसका निदान भी सुझाया। आईसीडीएस की डीपीओ ने स्कूलों में फिल्म पैड मैन दिखलाने का सुझाव दिया एवं महिला चिकित्सक से नियमित विद्यालयों में शिविर लगाकर काउंसलिंग करने का अनुरोध भी किया। कार्यक्रम का संचालन स्कूल के हेडमास्टर उदय कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ जवाहर प्रसाद और स्कूल के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

ढाई आखर फाउंडेशन के संयोजक संदीप शर्मा ने बताया कि औरंगाबाद के बाद इस कड़ी में मुजफ्फरपुर जिले को भी जोड़ा जाएगा। मुजफ्फरपुर के पियर गांव में बदलाव के साथ मिलकर महिलाओं और किशोर उम्र की लड़कियों के बीच सैनेटरी नैपकिन वितरण और जागरूकता कार्यक्रम की जल्द ही रूपरेखा बनाई जाएगी।